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मेडिकल कॉलेज में दाखिला के नाम शिक्षक से पांच लाख की ठगी

  • बेटा नीट परीक्षा में हो रखा था पास -शातिरों ने उलझा कर ठग लिया
  • निजी स्कूल संचालक पर भी आरोप

जोधपुर,शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित कुलदीप विहार में रहने वाले एक शिक्षक को कुछ लोगों ने अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए पांच लाख रुपए ऐंठ लिए। उन्हें अपने बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाना था। बेटा नीट परीक्षा भी अच्छे अंकों से पास कर चुका था। अब चौहाबो पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर बाप बेटा और तीन चार अन्य के खिलाफ जांच आरंभ की है। चौहाबो पुलिस ने बताया कि कुलदीप विहार निवासी मोहनराम पुत्र हेमाराम सारण ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वे पेशे से सरकारी स्कूल अध्यापक है। उनके पुत्र मोहिन्द्र सिंह सारण ने नीट परीक्षा 545 अंकों से पास की थी।

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गत साल उसे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करवाना था। तब उनके पास में बैगलूरू कनार्टक से किसी विशाल नाम के शख्स को फोन और मैसेज आने लगे और बताया कि वह उनके बेटे का 15-20 लाख में मेडिकल कॉलेज में अच्छी जगह पर एडमिशन करवा देगा। तीन चार दिन तक लगातार कॉल आने पर स्थानीय व्यक्ति निजी स्कूल संचालक जगदीश पुत्र केआर चौधरी से मिलने को कहा। बाद में जनवरी 22 में वे जगदीश चौधरी से मिले तो उसने बताया कि उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हो जाएगा और विश्वास रखें। इसके लिए पहले पांच लाख रुपए ले लिए।

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विश्वास में आकर मोहनराम सारण ने एक चेक दिया था। बाद में उस चेक से पैसे जगदीश चौधरी ने अपने भाई नितिन के खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद जदीश चौधरी,विशाल और दीपक नाम का शख्स जो दिल्ली कॉलेज का था उन्होंने मिलकर ठगी कर ली। पैसे लौटाने के नाम पर चेक भी दिए जो अनादरित होते गए। मगर न तो उनके बेटा का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करवाया और न ही दी गई रकम को लौटाया। उनके पुत्र को उत्तराखंड के एक मेडिकल कॉलेज में दाखिले की बात की थी। मगर उत्तरप्रदेश के वेबसाइट पर बेटे के नाम पते भी गलत भेजे गए थे। रिपोर्ट में बताया कि जगदीश पुत्र केआर चौधरी चौपासनी हाउसिंग बोर्ड मेें ही एक निजी स्कूल का संचालन भी कर रहा है जिसके चलते शिक्षक मोहनराम ने विश्वास किया था। फिलहाल पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज जांच आरंभ की है।

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