फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ संचालक फरार एक पुरुष व आठ युवतियां गिरफ्तार

  • 26 फर्जी सिम कार्ड,60 कंपनियों के फर्जी कार्ड मिले
  • कुड़ी सेक्टर 2 में आईबीएस कॉल सेंटर पर रेड

जोधपुर,फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ संचालक फरार एक पुरुष व आठ युवतियां गिरफ्तार। यदि आपका वाहन खराब हो जाए तो नजदीकी दुकान पर जाकर ठीक करवा लेवें। मगर कोई सर्विस प्रोवाइडर के चक्क र में न उलझें, अन्यथा साइबर ठगी का शिकार बन सकते हैं। सैकड़ों लोग ठगी के शिकार हो गए है। ऐसे की एक कॉल सेेंटर का पर्दाफाश कमिश्ररेट पुलिस ने किया है। जहां फर्जी कॉल सेंटर चलाकर एक पुरूष और आठ युवतियोंं को हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया है। कुड़ी भगतासनी में पुलिस ने यह रेड देकर खुलासा किया है। सेक्टर में चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर आईबी एस कंपनी पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने कॉल सेेंटर से 26 फर्जी सिम कार्ड के साथ 60 विभिन्न कंपनियों के कार्डस बरामद किया है। साथ ही कई वाहनों के रिकॉर्ड को जब्त किया गया है जिनके मालिकों से ठगी की गई है।

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ऑपरेशन साइबर व्रज प्रहार 1.0 कार्रवाई
पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़,पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव, एडी सीपी पश्चिम चंचल मिश्रा,एसीपी बोरानाडा नरेंद्र सिंह देवड़ा एवं कुड़ी थानाधिकारी देवेंद्र सिंह देवड़ा के सुपरविजन मेें यह कार्रवाई की गई। जो ऑपरेशन साइबर बज्र प्रहार 1.0 के तहत की गई है।

यह मिली जानकारी
साइबर क्राइम के हैडकांस्टेबल प्रभारी प्रेम चौधरी को सूचना मिली कि कुड़ी भगतासनी सेक्टर 2 श्रीजी कॉम्पलैक्स में दूसरी मंजिल में इंडियन ब्रेकडाउन सर्विस इंडिया व केबीएस नाम से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। यहां पर हिरासत मेें लेकर युवतियों और एक व्यक्ति से पूछताछ में सामने आया कि अलग अलग राज्यों के वाहनों की सूचियां एवं वाहन मालिकों के नाम पते है।यहां पर सेंटर संचालक ने इन लोगों को सिम कार्ड उपलब्ध करवा रखे हैं। जिसके जरिए यह लोग वाहन मालिकों को मोबाइल पर कॉल करते है। वाहनों के बीच रास्ते खराब होने पर उन्हें सर्विस प्रोवाइड करवाते है।

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वाहन मालिक के कॉल करने पर पहुंचे मौके पर फिर बनवाते कार्ड
यदि किसी व्यक्ति का वाहन खराब हो जाता है वह कॉल सेंटर पर बात करता। तब यहां पर फोन रिसीव करने वाला तत्काल मौके पर पहुंच जाता और फिर वाहन मालिक को झांसे में लेकर सर्विस सेंटर का कार्ड प्रोवाइड करता इसके लिए 3500-4000 रूपए लिए जाते थे। वाहन मालिक को फर्जी कार्ड दे दिया जाता था।

कोरियर के जरिए भेजते कार्ड, फिर सिम कर देते बंद
अब तक की जांच में पता लगा कि वाहन मालिक को कार्ड बनाने के नाम झांसा में लेने के बाद कोरियर के जरिए कार्ड को पते पर भिजवा दिया जाता था। साथ ही फिर जिस नंबर से यह लोग कॉल करते उस सिम कार्ड को बंद अथवा फेंक देते थे।

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दो साल से चल रहा गोरखधंधा
पुलिस की जांच में सामने आया कि यह लोग राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों के वाहन मालिकों से पिछले दो साल से ठगी करते आ रहे हैं। फर्जी सिम से फोन करते और फर्जी कार्ड कोरियर के माध्यम से भेज देते थे।

कॉल सेंटर का मालिक फरार
इस कॉल सेंटर को कोई मनीष लखारा चलाता है। जो रेड के बाद से फरार हो गया है। पुलिस इसकी अब सरगर्मी से तलाश में जुटी है।

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यह लोग आए गिरफ्त में
पुलिस ने कॉल सेंटर से मूलत: जालोर के भाद्राजून हाल कुड़ी भगतासनी सेक्टर 2/192 निवासी आदित्य सिंह पुत्र बलवीर सिंह,परबतसर नागौर हाल कुड़ी सेक्टर 3 की हर्षिता, उतरणी गिड़ा बाड़मेर हाल ओम कॉलोनी सरस्वती नगर निवासी प्रियंका,खारी ढाणी मधुबन बासनी निवासी लक्ष्मी पंवार,सांगरिया फाटक बासनी निवासी कुमकुम राठौड़,कुड़ी सेक्टर 4 सी निवासी दिव्यांशी कंवर, सेक्टर 7 वृंदावन सोसायटी की सिमी कौर,मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी दिव्या प्रजापत एवं मधुबन हाउसिंग बोर्ड की मनीषा राजपुरोहित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस की टीम में यह भी थे शामिल
पुलिस की इस कार्रवाई में हैडकांस्टेबल मनफूल,सुमेरसिंह, धीरज मीना,कांस्टेबल ज्ञानचंद, रामनिवास,महिपाल,अमराराम, सांवताराम,चैनाराम एवं महिला कांस्टेबल द्रोपदी भी शामिल थी।

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