टनल में भूस्खलन 40 मजदूर फंसे
- उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुआ हादसा
- निर्माणाधीन टनल के अंदर भूस्खलन
- किसी के हताहत होने की अब तक सूचना नही
- राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी
- प्रसाशन,पुलिस और बचावदल मौके पर
देहरादून,उत्तराखंड के उत्तरकाशी निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन हुए हादसे में 40 मजदूर फंस गए। जिन्हें बचाने के लिए प्रशासन व बचाव दल जूट हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन हुआ हो गया। इस सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है। सुरंग के अंदर 35 से 40 मजूदर फंसे हैं। जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इसकी पुष्टि की है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि सुरंग के अंदर कुल कितने श्रमिक फंसे हैं। कंपनी की ओर से मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर पांच 108 एंबुलेंस तैनात की गई हैं।एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर हैं। जानकारी के अनुसार हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं। जिला कलेक्टर अभिषेक रुहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार,अपर जिला कलेक्टर तीर्थपाल सिंह,उप जिला कलेक्टर डुंडा बृजेश कुमार तिवारी,उप जिला कलेक्टर बड़कोट मुकेश चंद रमोला घटना स्थल पर हैं।
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आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है। इसमें से चार किमी तक निर्माण पूरा कर लिया गया है। पहले सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 था, लेकिन अब मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।जिलाकलेक्टर अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर ढ़ी हैं और उन्हें तत्काल अपने कार्य स्थल पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीसों घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं। सिलक्यारा उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान तेजी से जारी है। टनल में फंसे मजदूरों तक पानी के लिए डाले गए पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। टनल से मलवा हटाने और फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एस्केप पैसेज बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।जिला कलेक्टर ने कहा की सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा राहत,बचाव एजेंसियों और तकनीकी संगठनों तथा एनएचआईडीसीएल का सहयोग लेकर के बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
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