रिश्वत लेने के आरेाप में पकड़े गए झंवर एसएचओ को भेजा जेल

देर रात तक निलंबित करने की कवायद

जोधपुर,(डीडी न्यूज)। रिश्वत लेने के आरेाप में पकड़े गए झंवर एसएचओ को भेजा जेल। पचास हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोपी झंवर थानाधिकारी मूलाराम चौधरी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेजने के आदेश हुए। देर रात तक उसे निलंबित करने की तैयारी चल रही थी। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर द्वारा आदेश जारी नहीं हुए थे।

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एसीबी की शहर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि परिवादी की शिकायत और सत्यापन के बाद झंवर थानाधिकारी मूलाराम को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। परिवादी के खिलाफ झंवर थाने में गत दिसम्बर मकान में घुसकर मारपीट करने का मामला दर्ज कराया गया था। थानाधिकारी मूलाराम जांच अधिकारी था। इस मामले को रफा-दफा करने के एवज में पचास हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। उसे आज कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा दिया गया।

रिश्वत का यह है मामला 
परिवादी ने हिंगोला गांव के एक व्यक्ति को रुपए उधार दिए थे,जो लौटा नहीं रहा था। गत दिसम्बर में परिवादी रुपए उधार लेने वाले के घर गया था,जहां उसने रुपए मांगे थे। इसको लेकर दोनों में विवाद हुआ। उधार लेने वाले ने घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाकर झंवर थाने में परिवादी व उसके भाई के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी थी।

पुलिस पासपोर्ट एजेंट का कार्य करने वाले परिवादी के ऑफिस पहुंची थी और उसे पकडक़र थाने ले आई थी। फिर देर रात उसे छोड़ दिया गया था। परिवादी दूसरे दिन सुबह थाने पहुंचा था व थानाधिकारी से मिलकर आरोप गलत बताए थे। थानाधिकारी ने मामला रफा-दफा करने के बदले 50 हजार रुपए मांगे थे। परिवादी ने 17 दिसम्बर को एसीबी में शिकायत की थी। दूसरे ही दिन गोपनीय सत्यापन में थानाधिकारी के रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी।

उसने रिश्वत देने के लिए सम्पर्क किया था,लेकिन थानाधिकारी ने रिश्वत नहीं ली। इस बीच,मंगलवार को परिवादी थाने गया था और मामला रफा-दफा करने का आग्रह किया। उसने बुधवार सुबह थाने से कोर्ट जाने के दौरान कार्यालय में आकर मिलने का भरोसा दिलाया। एसीबी टीम पासपोर्ट कार्यालय के पास तैनात हो गई। दिनभर इंतजार करने के बाद थानाधिकारी ने शाम को थाने जाने के दौरान रिश्वत लेने को कहा। शाम को थानाधिकारी परिवादी के ऑफिस में आए और 50 हजार रिश्वत ली,लेकिन कैमरे होने पर राशि लौटा दी थी और बाहर आकर देने को कहा।

थानाधिकारी पासपोर्ट कार्यालय के बाहर सरकारी जीप में जाकर बैठ गए। पीडि़त पीछे-पीछे बाहर गया और सडक़ किनारे खड़ी सरकारी जीप में बैठे थानाधिकारी मूलाराम को 50 हजार रुपए दे दिए। तभी एएसपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ व उपाधीक्षक किशनसिंह चारण के नेतृत्व में निरीक्षक मनीष वैष्णव ने दबिश देकर थानाधिकारी को पकड़ लिया। हल्के विरोध के बाद रिश्वत राशि भी बरामद की गई।