विद्यार्थी समस्याओं का करेंगे समाधान-एसएफआई
- बेहतरीन शैक्षणिक माहौल बनाएंगे
- एसएफआई ने छात्रसंघ चुनाव का जारी किया घोषणापत्र
जोधपुर, स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) जेएनवीयू में विद्यार्थी हितों में पिछले 35 सालों से आंदोलन के संघर्षशील एवं गौरवशाली इतिहास को लेकर मजबूती के साथ छात्रसंघ चुनाव लड़ रही है। बुधवार को उम्मेद क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में अपनी बात रखते हुए जिला अध्यक्ष रूखमण साहेलिया ने बताया कि स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया ने विश्वविद्यालय में आंदोलनों के माध्यम से विद्यार्थियों के हक दिलवाने का काम किया है। पास किया तो प्रवेश दो की मांग को लेकर विद्यार्थियों की सामान्य सीटें बढ़ाने को लेकर लगातार आंदोलन हुए हैं। विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार छात्रावास नहीं होने की स्थति में विद्यार्थियों द्वारा मंहगाई के कारण जोधपुर महानगर में रहकर शिक्षा हासिल करना मुश्किल हो गया है। अभी तक 7 छात्रसंघ अध्यक्ष विश्वविद्यालयों को दिए हैं। गरीब, किसान एवं दलित तबके के विद्यार्थी के लिए छात्रवृत्ति उच्च शिक्षा के लिए मददगार होती है लेकिन राज्य सरकार द्वारा समय पर छात्रवृत्ति नहीं देने की स्थिति में उच्च शिक्षा छोडऩे को मजबूर होना पड़ता है। संगठन ने आंदोलन के माध्यम से विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दिलवाने का काम किया है।
केएन कॉलेज के लिए स्थाई बस स्टेण्ड नहीं
छात्रसंघ अध्यक्ष के उम्मीदवार अरविंद सिंह भाटी ने कहा कि केएन कॉलेज में स्थाई बस स्टैंड नहीं होने की स्थति में छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक रिक्त पदों के कारण शिक्षण व्यवस्थाओं के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी प्रभावित हो रही हैं। नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए ऑडियो लाइब्रेरी की स्थापना करवाना मेरी प्राथमिकता है। विश्वविद्यालय में सीनेट एवं एकेडमिक काउंसिल की बैठक समय पर करवाने की कोशिश करेंगे ताकि विद्यार्थियों की समस्याओं का समय पर समाधान करवाया जा सके।
उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार ओमाराम ने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में उपकरण उपलब्ध करवाते हुए व्यवस्थाओं को मजबूत करने की आवश्यकता है। पुस्तकालयों में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार पुस्तकें उपलब्ध करवाना मेरी प्राथमिकता है। महासचिव पद के उम्मीदवार नरेन्द्र विश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शैक्षणिक कैलेंडर बनाया जाना आवश्यक है। राज्य सरकार को चाहिए कि वह विद्यार्थियों को शिक्षा देने की जिम्मेदारी निभाते हुए अनुदान को बढ़ाए ताकि सालाना फीस बढ़ोतरी न हो। छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय परिसर में सैनेटरी नेपकिन उपलब्ध करवाना मेरी प्राथमिकता है।
संयुक्त महासचिव पद के उम्मीदवार मनोज प्रजापत ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकांश विद्यार्थी सरकारी एवं गैर सरकारी परिवहन साधनों से परिसर में शिक्षा हासिल करने रोज आते हैं इसलिए विद्यार्थियों को किराए पर 70 प्रतिशत की रियायत दिलवाना मेरी प्राथमिकता है। प्रेस वार्ता के समय सभी उम्मीदवारों ने जेएनवीयू से संबंधित मांगों को लेकर घोषणा पत्र जारी करते हुए छात्रसंघ पदाधिकारी रहते हुए वर्ष भर काम करने का संकल्प लिया।
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