आंख-कान में क्या डालकर सोते हैं अधिकारी, जो उन्हें 30-30 टायर के डंपर नहीं दिखते – शेखावत

  • लूणी समेत दूसरी नदियों में अवैध खनन को लेकर अधिकारियों पर बरसे केंद्रीय जलशक्ति मंत्री
  • आवाज उठाने वालों को पिस्तौल दिखाकर धमकाया जा रहा
  • झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं

जोधपुर, बिना रोक-टोक चल रहे अवैध बजरी खनन को लेकर स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने माइनिंग, प्रशासन और पुलिस पर तल्ख टिप्पणी की। केंद्रीय मंत्री ने अवैध खनन पर नाराजगी जताते हुए यहां तक कह दिया कि यह गोरखधंधा बिना पुलिस, प्रशासन और माइनिंग विभाग की मिलीभगत के नहीं हो सकता, पता नहीं माइनिंग के अधिकारी आंखों और कानों में क्या डालकर सोते हैं, जो उन्हें 30-30 टायर के डंपर नहीं दिखते।

लूणी समेत पश्चिमी राजस्थान की दूसरी नदियों में चल रहे अवैध खनन को लेकर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने रविवार को पुलिस-प्रशासन और माइनिंग विभाग के अधिकारियों की बैठक ली।

लूणी के पूर्व विधायक जोगाराम पटेल, पुलिस कमिश्नर जोस मोहन, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, माइनिंग अधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में हुई बैठक में शेखावत ने कहा कि जब 4-5 गांवों के क्लस्टर में एक भी माइनिंग की लीज नहीं है तो वहां से रोजाना 200-500 ट्रक कैसे निकलते हैं? आमजन को यह ट्रक दिखते हैं, लेकिन थाना पुलिस, प्रशासन और माइनिंग के अधिकारियों को नजर नहीं आते।

उन्होंने माइनिंग के अधिकारियों से कहा कि जहां खनन की लीज दी है, वहां का सर्वे कराकर देखें कि कितना खनन हुआ है। यदि वहां से कम मैटिरियल निकला है तो आखिर इतने ट्रक कहां से बजरी ला रहे हैं।

नाराजगी जताते हुए शेखावत ने कहा कि रात में नदी में दीपावली जैसा नजारा दिखता है। 50-100 जेसीबी खनन करती साफ दिखाई देती हैं। क्यों नदियों को बर्बाद करने पर तुले हो? आप जेब में दो पैसे लेकर चले जाओगे, लेकिन इस पाप को भगवान देख रहा है।

उन्होंने कहा कि खनन माफिया इतना ताकतवर हो गया है कि वो न तो पुलिस, न माइनिंग, न ग्रामीणों और न किसी की जिंदगी की परवाह करता है। कोई भी माफिया के खिलाफ आवाज उठाता है तो वो उसको ताकत के दम पर पिस्तौल दिखाकर डराने की कोशिश करता है। उल्टा झूठे एससी-एसटी के मुकदमे शिकायत करने वालों के ऊपर दर्ज करा देता है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अवैध खनन के विरोध में सात दिनों से ग्रामीण धरना दे रहे हैं, लेकिन कोई पूछने तक नहीं गया। या तो आप कह दें कि बजरी माफिया के खिलाफ हमने हार मान ली है, जैसे जिंदगी चलती है वैसे चलाओ और चुपचाप बैठ जाओ। जब अधिकारियों ने अपना बचाव कर सफाई देने की कोशिश की तो केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप मेरी गाड़ी में बैठकर चलें, मैं आपको दिखाकर लाता हूं, कितना खनन हो रहा है।

शेखावत ने पूछा कि क्या आपने एक बार भी निरीक्षण किया है कि नदी कैसे खोदी जा रही है? यदि डाटा है तो मुझे दिखाओ। बेहद नाराजगी जताते हुए शेखावत ने कहा कि आप लोग साफ क्यों नहीं कहते कि हमारी वहां घूसने की हिम्मत नहीं होती। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए शेखावत ने कहा कि पुलिस कमिश्नर और कलेक्टर, दोनों ने यह विश्वास दिलाया है कि हम 15 दिन में निर्णायक कार्रवाई करेंगे।

जल जीवन मिशन और एयरपोर्ट को लेकर भी चर्चा की

मीडिया से बातचीत में शेखावत ने बताया कि जल जीवन मिशन को लेकर जिस गति और गुणवत्ता के साथ काम करना है, दोनों में जोधपुर समेत पूरे राजस्थान में शिथिलता है। जल जीवन मिशन के अधिकारियों के साथ मैंने समीक्षा की है। केंद्रीय मंत्री ने जोधपुर एयरपोर्ट विस्तार को लेकर भी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। एयरपोर्ट पर अप्रैन का काम लगभग पूरा हो चुका है, संभवत आगामी कुछ माह में टर्मिनल का काम शुरू हो जाएगा।

आमजन से मिले शेखावत

शेखावत ने जोधपुर प्रवास के दौरान निवास पर आमजन के अभाव अभियोग सुने। उन्होंने सुबह चार घंटे से भी अधिक समय तक संसदीय क्षेत्र से आए लोगों से मुलाकात कर समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया।

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