टाउनहॉल में तीन नाटकों का मंचन 3 से 5 जनवरी को

  • हीरक जयंती राष्ट्रीय नाट्य समारोह के तहत हो रहा है आयोजन
  • राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर व एनएसडी का रहेगा सहयोग
  • एनएसडी इस वर्ष 60वीं वर्षगांठ ‘रंग षष्ठि’ के रूप में मना रही है
  • देश के कई शहरों में एनएसडी के नाटकों का मंचन होगा

जोधपुर,(डीडी न्यूज)टाउनहॉल में तीन नाटकों का मंचन 3 से 5 जनवरी को। शहर के जय नारायण व्यास स्मृति भवन में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर व राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली की रेपर्टरी कम्पनी की ओर से तीन नाटकों का मंचन 3 से 5 जनवरी को किया जाएगा। जिन तीन नाटकों का मंचन के लिए चयन किया गया है,वे भारतीय रंगमंच के बेहतरीन प्रस्तुतियां हैं।

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राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की सचिव डॉ.सरिता फ़िड़ोदा ने बताया कि प्रत्येक नाटक में दर्शकों को मनोरंजन के साथ साथ कला की गहरी समझ और संवेदनशीलता का अहसास होगा। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर व एनएस डी के सहयोग से आयोजित हीरक जयंती राष्ट्रीय नाट्य समारोह का आयोजन 3 से 5 जनवरी को जयनारायण व्यास स्मृति भवन टाउन हॉल में किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि समारोह प्रतिदिन सायं 7 बजे टाउन हॉल में होगा। एनएसडी इस वर्ष 60वीं वर्षगांठ ‘रंग षष्ठि’ के रूप में मना रहा है। इसके तहत देश के अलग अलग शहरों में एनएसडी के नाटकों का मंचन होगा किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रथम दिन 3 जनवरी को नाटक ‘बंद गली का आखिरी मकान’ का मंचन होगा जिसके लेखक धर्मवीर भारती व निर्देशक देवेन्द्र राज अंकुर हैं। 4 जनवरी को नाटक ‘माई री मैं का से कहूँ’ का मंचन होगा,इसके लेखक विजयदान देथा व निर्देशक अजय कुमार हैं।

अंतिम दिन 5 जनवरी को नाटक ‘बाबूजी’ की संगीतमय प्रस्तुति मिथिलेश्वर की कहानी पर आधारित विभांशु वैभव द्वारा नाट्य रूपांतरित बाबूजी जिसका सुप्रसिद्ध निर्देशक बीवी कारंथ द्वारा अभिकल्पित किया गया है। यह कार्यक्रम सभी के लिए निःशुल्क रहेगा।