130 करोड़ भारतीयों को देगा परिवर्तनकारी लाभ-शेखावत

  • आत्मनिर्भर भारत का बजट
  • जल जीवन मिशन को 60 हजार करोड़
  • 3.8 करोड़ घरों में पहुंचेगा नल से जल
  • केंद्रीय जलशक्ति मंत्री बोले-बजट में हर भारतीय की जरूरतों को पूरा करने का ध्यान रखा

जोधपुर, केंद्रीय बजट में जल जीवन मिशन-हर घर जल योजना को बड़ा बूस्ट मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन वाली इस योजना के लिए 60 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं और वर्ष 2022-23 में 3 करोड़ 80 लाख ग्रामीण घरों में नए नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा पेश आत्मनिर्भर भारत का बजट 130 करोड़ भारतीयों को परिवर्तनकारी लाभ देगा।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि 3 करोड़ 80 लाख नए नल कनेक्शन, रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती के लिए गंगा किनारे 5 किलोमीटर चौड़े कॉरिडोर से लेकर केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड में सिंचाई के लिए पानी, यह सब सुनिश्चित करता है कि बजट में हर भारतीय की जरूरतों को पूरा करने का ध्यान रखा गया है। यह शत-प्रतिशत घरों तक नल से जल पहुंचाने के वादे को पूरा करने की मजबूत कार्ययोजना प्रस्तुत करता है।

शेखावत ने कहा कि देश के 19.27 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 8.91 करोड़ से अधिक (46% से अधिक) घरों में नल से जल मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि जब इस योजना की घोषणा हुई थी,तब केवल 3.23 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिल रहा था। बीते ढाई साल में 5 करोड़ 67 लाख से अधिक नए नल कनेक्शन दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में जल जीवन मिशन के लिए 50 हजार 11 करोड़ रुपए आवंटित हुए थे और 3 करोड़ 25 लाख नए कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। इस बार करीब 10 हजार करोड़ रुपए अधिक आवंटित हुए हैं। यह राशि संशोधित बजट अनुमान 45 हजार 11 करोड़ के मुकाबले करीब 15 हजार करोड़ अधिक है।

केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट को मिलेगी गति

केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट पर शेखावत ने कहा कि बजट में 1400 करोड़ रुपए के प्रावधान से इस प्रोजेक्ट को गति मिलेगी। 221 किलोमीटर लंबे लिंक वाले प्रोजेक्ट को दो चरणों में पूरा किया जाना है। प्रोजेक्ट का अनुमानित खर्च 46,605 करोड़ है, जिसमें केंद्र सरकार 39,319 करोड़ रुपए खर्च करेगी। प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा लाभ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को मिलेगा। प्रोजेक्ट से 9 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि को सिंचाई और 62 लाख की आबादी को पेयजल की सुविधा मिलेगी। 103 मेगावाट जल विद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन भी होगा।

5 नदी लिंक से दूर होगी पानी की कमी की समस्या

उन्होंने कहा कि पांच नदी लिंक परियोजनाओं दमनगंगा- पिंजाल,पार तापी-नर्मदा, गोदावरी- कृष्णा, कृष्णा-पेन्नार और पेन्नार- कोवेरी की ड्राफ्ट डीपीआर को अंतिम रूप देने और लाभार्थी राज्यों के बीच सहमति बनने पर केंद्र सरकार से कार्यान्वयन के लिए सहायता प्रदान करने का ऐलान किया गया है। इस घोषणा से देश के सुदूर और शुष्क भागों में पानी की कमी की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।

अर्थ गंगा प्रोजेक्ट को मिलेगा बल

उन्होंने कहा कि किसानों पर फोकस के साथ गंगा किनारे 5 किलोमीटर चौड़े कॉरिडोर पर रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा को निर्मल और अविरल बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप गंगा किनारे बसे लोगों की आय बढ़ाने वाले अर्थ गंगा प्रोजेक्ट को इससे बल मिलेगा।

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