organizing-a-webinar-on-the-impact-of-climate-change-in-the-world

विश्व में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव विषय पर वेबीनार का आयोजन

विश्व में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव विषय पर वेबीनार का आयोजन

ऐश्वर्या कॉलेज में बेबीनार आयोजित

जोधपुर,ऐश्वर्या कॉलेज में शनिवार को “विश्व में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव” विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग रिव्यु समिति धनबाद के मुख्य शोध समन्वयक डॉ अजय कुमार सिंह,जन संसाधन प्रबन्ध विभाग धनबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ डीबी सिंह तथा पीईटीसीआई धनबाद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल कुमार सिंह मुख्य वक्ता थे।वेबीनार में कला,विज्ञान,प्रबन्ध, वाणिज्य एवं कम्प्यूटर विज्ञान के करीब 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

कॉलेज निदेषक भूपेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि महाविद्यालय में इस प्रकार के महत्वपूर्ण विषयों पर विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा इस प्रकार के सेमीनार एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है जिससे उन्हें महत्वपूर्ण विषयों का प्रायोगिक ज्ञान मिल सके। प्राचार्य डॉ ऋषि नेपालिया ने बताया कि कॉलेज की कॉन्फ्रेन्स एवं रिसर्च समिति द्वारा यह वेबीनार आयोजित किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों एवं उसे रोकने सम्बन्धी विकल्पों से अवगत करवाना था।

ये भी पढ़ें- दो दिवसीय कालबेलिया संगीत और नृत्य उत्सव शुरू

organizing-a-webinar-on-the-impact-of-climate-change-in-the-world-2

कार्यक्रम का प्रारम्भ हिन्दी साहित्य की सहायक प्रोफेसर नूतन सोनी के स्वागत उद्बोधन से हुआ। इसके उपरान्त विधि संकाय की सहायक प्रोफेसर नीलिमा अरोड़ा एवं विज्ञान संकाय की सहायक प्रोफेसर आशिता राय ने अतिथियों एवं विषय विषेषज्ञों का स्वागत एवं परिचय करवाते हुए उनकी उपलब्घियों के विषय में बताया।

कॉन्फ्रेन्स एवं रिसर्च समिति की समन्वयक शुचिता सिंह ने बताया कि इस वेबीनार के माध्यम से मुख्य शोध समन्वयक डॉ अजय कुमार सिंह ने भारत के परिपेक्ष्य में कोयले के उपयोग एवं कोयले से निकलने वाले कार्बन के संग्रहण करने की विधियों तथा इसके रिसाइकिलिंग एवं उपयोगिता को विस्तार से समझाया। डॉ सिंह ने रिन्युएबेल एनर्जी तथा एनर्जी के विभिन्न स्त्रोतों की चर्चा करते हुए प्रत्येक के सकारात्मक एवं नकारात्मक गुणों को उदाहरणों से प्रस्तुत किया।

ये भी पढ़ें- 10 crore looted by Servent: हैण्डीक्राफ्ट व्यापारी परिवार को नौकर ने किया बेहोश,10 करोड़ के जेवरात और नगदी ले गए

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ डीबी सिंह ने प्राकृतिक जगत पर आधुनिक तकनीकों के दुष्प्रभावों के विषय में बताया। उन्होने बताया कि आज विभिन्न मोबाइल कम्पनीयों के टावरर्स से निकलने वाले रेडिऐशन के कारण विश्व में गौरैया और गिलहरी की संख्या कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि तकनीकों का विकास और प्रयोग इसी गति से चलता रहा तो आने वाले समय में जीवन में कई संकट आ सकते हैं। इसे संतुलित करने को तकनीक के विकास एवं प्रयोगों के साथ-साथ पर्यावरण को बचाने हेतु भी प्रयास करने होंगे।

वेबीनार के अगले चरण में पीईटीसीआई धनबाद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल कुमार सिंह ने जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के अलावा वर्षा जल के संग्रहण एवं इसके लाभों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने जल संग्रहण का महत्व एवं इस हेतु उनके स्वयं के द्वारा किये जा रहे प्रयासों एवं कार्याें का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों को प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अन्त में कम्प्यूटर संकाय के विभागाध्यक्ष नवीन जोशी ने विषेषज्ञों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विज्ञान संकाय की सहायक प्रोफेसर शुचिता सिंह ने किया।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें- http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews

Similar Posts