गाढ़ी कमाई का निवेश जोखिम भरा- न्यायाधीश कोठारी
जोधपुर, गुजरात हाईकोर्ट के पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विनीत कोठारी का कहना है कि कोई भी व्यक्ति अपनी गाढ़ी कमाई के बाद जब उसका सुरक्षित निवेश करना चाहता है तो वह बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती के साथ बड़ा जोखिम भरा भी होता है लेकिन अब समय के अनुरूप जिस तरह हर व्यक्ति जागरूक होता जा रहा है,उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह जागरूकता बजट की आदत डालने के साथ सुरक्षित निवेश की ओर भी बेहतर परिणाम ला रही है।
इस अवसर पर पूर्व सीजे विनीत कोठारी ने निवेश के संबंध में जानकारी दी और कहा कि निवेश के लिए कई सारे रास्ते खुले हैं, चाहे फिर वह शेयर मार्केट में करना हो,गोल्ड में करना हो या फिर प्रॉपर्टी इत्यादी में इनवेस्ट कर सकते है लेकिन इसमें सही गाइडेंस की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि,हमेशा उन साधनों में निवेश करना चाहिए, जहां आपका पैसा सुरक्षित रहे और मंहगाई से ज्यादा रिटर्न मिले। ऐसे में आप शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड का रास्ता अपना सकते हैं। ध्यान रखें कि बिना किसी सलाहकार के खुद से निवेश का फैसला न करें। पिछले कुछ वर्षों में शेयर बाजार ने लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दिया है। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक व आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ मुकेश बंसल ने कहा कि,अगर आप लगातार पैसे छोटी बचत योजनाओं में जमा कर रहे हैं तो इसमें आपको लखपति बनाने की क्षमता है। ये कहने में छोटी बचत के लिए होता है लेकिन इस पर मिलने वाला ब्याज काफी अधिक होता है। जब बात फिक्स्ड डिपॉजिट या म्यूचुअल फंड की होती है तो कमाई करने के कई स्रोत एक साथ आ जाते हैं ,साथ ही सुरक्षित निवेश के कई रास्ते अब समय के साथ खुल गए हैं।
बचत और निवेश के प्रशिक्षक मनोज कुमार ने कहा कि, म्युचुअल फंड में निवेश के माध्यम से एसआ पी या व्यवस्थित निवेश योजना में निवेश का एक तरीका है जिसमें, व्यक्तियों को नियमित अंतराल पर छोटी मात्रा में निवेश करने की आवश्यकता होती है। एसआईपी के माध्यम से, व्यक्ति विभिन्न उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है जैसे कि घर खरीदना, वाहन खरीदना,सेवानिवृत्ति योजना। इसलिए,एसआईपी को लक्ष्य- आधारित निवेश के रूप में भी जाना जाता है। व्यक्ति कम से कम 500 रुपए के न्यूनतम निवेश के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। वे आज सामाजिक संगठन सत्यमेव जयते सिटीजन सोसायटी द्वारा बचत,निवेश और निवेश की सुरक्षा विषय पर सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
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