जोधपुर, आईआईटी, एम्स, निफ्ट, एफडीडीआई, एनएलयू, पुलिस यूनिवर्सिटी,आयुर्वेद यूनिवर्सिटी व कृषि विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं के लिए देश और दुनिया में एज्युकेशन हब के रूप में मशहूर सूर्यनगरी के बेरोजगार युवाओं के लिए अब स्किल डवलपमेंट के क्षेत्र में इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप एंड स्किल डवलपमेंट नामक एक और संस्थान का विधिवत रूप से शुभारंभ हो गया है।
मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों को विभिन्न तरह के प्रशिक्षण देने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षिका व इंस्टीट्यूट की निदेशक अमृता एस दूदिया ने बताया कि इस संस्थान का विधिवत रूप से शुभारंभ राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश विनीत माथुर ने किया।
कोरोनावायरस के चलते सरकार की गाइडलाइंस की पालना करते हुए हाईकोर्ट के न्यायाधीश विनीत माथुर के निवास पर ही एकदम सादे रूप में इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप एंड स्किल डवलपमेंट का शुभारंभ किया गया।
जस्टिस विनीत माथुर ने इस अवसर पर कहा कि समय की मांग के अनुसार बिना स्किल डवलपमेंट बेहतर रोजगार पाना बहुत बड़ी चुनौती बन गया है लिहाजा युवाओं के लिए रोजगार में कदम रखने से पहले स्वयं की योग्यता का आंकलन करते हुए विशेष प्रशिक्षण लेने के बाद यदि कोई कार्य किया जाता है तो निश्चित रूप से क्वालिटी और गुणवत्ता के आधार पर उसका कोई मुकाबला नहीं होगा।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जब स्किल डवलपमेंट की ट्रेनिंग और लीडरशिप यानि नेतृत्व क्षमता का विशेष प्रशिक्षण हासिल होगा तब कोई भी फील्ड क्यों नहीं हो, कामयाबी निश्चित रूप से हासिल होती नजर आएगी। कार्यक्रम का संचालन अमृता एस दूदिया एजुकेशनल सोसायटी की सचिव सुरभि दूदिया ने किया। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता दीक्षा मुरजानी भी मौजूद रही।
>>> हाईकोर्ट ने पूछा-अवैध अफीम की खेती को स्माल या व्यावसायिक खेती मानी जाए या नहीं