एक मोबाइल के चार धणीधोरी, सीसीटीवी फुटेज से असली मालिक को दिया

शहर में अजब गजब केस

जोधपुर, शहर में पुलिस के सामने अजब केस आया। मोबाइल किसी का और धणीधोरी तीन लोग बन बैठे। आखिरकार सीसीटीवी फुटेज से असली मालिक को सुपुर्द कर दिया गया। इस केस मेें एक और बात सामने आ गई कि महंगी चीज देखकर किसी की नीयत पर पानी फिर सकता है। मोबाइल एक लाख का था। कभी मोपेड युवक ने अपना बताया तो कभी बाइक सवार ने। तो कभी दंपती ने उसे अपना बता दिया। मोबाइल एक युवती का था जो उसे बाद में सकुशल सौंप दिया गया।

दरअसल निकिता नाम की एक युवती शनिवार की सुबह मोपेड पर राइकाबाग अण्डर ब्रिज के नीचे से निकल रही थी। इस बीच उसका एक लाख रुपए का आइफोन गिर गया। उसने तलाश की, लेकिन मोबाइल नहीं मिला। वह उदयमंदिर थाने गई और मामले की जानकारी दी। युवती को लेकर कांस्टेबल अचलाराम अभय कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर पहुंचा। कांस्टेबल उम्मेदसिंह बिश्नोई ने अण्डरब्रिज से जुड़े सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए तो सडक़ पर गिरा मोबाइल नजर आ गया।

फिर कुछ ऐसा होने लगा

कुछ देर में मोपेड सवार एक व्यक्ति ने मोबाइल उठाया और जाने लगा। इतने में एक दम्पती ने यह देखा तो मोपेड चालक को रोक लिया और मोबाइल अपना बताने लगे। मोपेड चालक ने दम्पती को मोबाइल दे दिया और खुद निकल गया। कुछ दूर पर खड़े मोटरसाइकिल सवार ने यह देख लिया। वह दम्पती के पास पहुंचा और मोबाइल पर अपना हक जताया। ऐसे में दम्पती ने मोबाइल उसे सौंप दिया। वह युवक मोबाइल लेकर चलता बना।
पुलिस ने तीनों वाहनों के पंजीयन नम्बर से मालिकों का पता लगाया और मोबाइल नम्बर से उन्हें अभय कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर बुलाया, जहां तीनों को आमने-सामने करने पर मोटरसाइकिल सवार युवक ने मोबाइल अपने पास होना कबूल किया। उसने मोबाइल पुलिस को सौंप दिया। अभय कमाण्ड सेंटर के प्रभारी एएसआइ गोविंदसिंह व हेड कांस्टेबल नारायणसिंह की मौजूदगी में एक लाख रुपए का आइफोन सकुशल युवती को सौंपा गया।

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