खुद को समाज कल्याण मंत्री बताकर नौकरी का झांसा देकर जोधपुर के युवक से पांच लाख रुपए ऐंठे

  • आरोपी महिला का आरपीएससी पेपर लीक में हाथ होने का अंदेशा
  • पीड़ित का आरोप

जोधपुर,खुद को समाज कल्याण मंत्री बताकर नौकरी का झांसा देकर जोधपुर के युवक से पांच लाख रुपए ऐंठे।शहर के एक युवक से उदयपुर के भोपालपुरा की महिला ने खुद को समाज कल्याण मंत्री बताकर विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी कर ली। रुपए मांगे तो महिला उल्टा पीडि़त को ही धमकाने लगी। महिला का कहना है कि उसके पास कांग्रेस सरकार में मंत्री रहने वाले कई लोगों की सीडियां उसके पास हैं। इसके साथ ही रुपए वापस करने के बजाए धमकाया और कहा कि उसकी पहुंची कई अधिकारियों तक है,रुपए मांगे तो वह झूठे केस में फंसा देगी। पीडि़त की रिपोर्ट पर सूरसागर पुलिस तफ्तीश में जुटी है। पीडि़त का आरोप है कि महिला का नाम आरपीएससी पेपर लीक में उछाला था। उसके खिलाफ कई आपराधिक प्रकरण भी सामने आए हैं।

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सूरसागर पुलिस ने बताया कि मूलत: मथानिया के बड़ाबास हाल पारिकों की बगेची चांदपोल निवासी राम निवास पुत्र गोपी किशन डागा ने दिव्यानी कटारा निवासी भोपालपुर उदयपुर के खिलाफ नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख रुपए एंठने के मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। बताया कि वह समाज सेवा करता है। उसका जयपुर आना जाना लगा रहता है। जयपुर सचिवालय भी आता जाता है। दिसंबर 2022 में उसकी मुलाकात दिव्यानी कटारा निवासी डूंगरपुर भोपलपुर उदयपुर से हुई थी। दिव्यानी ने खुद को समाज कल्याण मंत्री और डॉक्टर बताया। इस दौरान उसने अपनी बातों में लेकर समाज कल्याण में नौकरी लगाने का झांसा दिया और पांच लाख रुपए की मांग की,उसकी बातों में आकर 10 दिसंबर 2022 को कुछ रुपए अकाउंट में दिए और 3.90 लाख रुपए नकद रुपए किश्तों में दिए। रुपए देने के बाद जब उससे नौकरी लगाने के बात कही तो वह मुकर गई। रुपए मांगे तो कहने लगी कि उसने पीडि़त की तरह कई लोगों को फंसा रखा है। वह इसी तरह से रुपए ऐंठने का काम करती है। महिला ने कहा कि उसके पीछे कई अफसरों का हाथ है। वह उन्हे नकाब,कबाब, शराब व अन्य उपलब्ध कराती है। मामले में पीडित ने जानकारी निकाली तो पता चला कि उसके खिलाफ अम्बा माता थाना उदयपुर और भोपालपुरा थाने में गैंग रेप,बच्चा किडनेपिंग व ब्लैकमेलिंग जैसे अपराध दर्ज हैं। महिला ने झूठे केस में फंसाने की भी धमकी दी है।

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आखिर छह माह बाद पुलिस ने दर्ज किया केस
पीडि़त ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक महीने पहले तक दूसरी सरकार थी। महिला की इस दौरान कई लोगों से अच्छे संबंध होने के कारण जब भी वह थाने जाते तो पुलिस केस दर्ज ही नहीं करती थी। परिवाद पुलिस के पास पहुंचते ही कई अधिकारियों से फोन करवा देती तो पुलिस सुनती ही नहीं थी। इस मामले को लेकर अब पीएमओ में शिकायत की। यहां से पुलिस कमिश्नर के पास मामले की जानकारी पहुंची तो उन्होंने सूरसागर थाने में केस दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

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