महिलाओं ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जन आंदोलन शुरू करने का लिया संकल्प

जोधपुर, राजस्थानी भाषा की मान्यता के मुद्दे को महिला शक्ति ने हाथ में लेते हुए हुंकार भरी है। आज मायड़ भाषा संघर्ष समिति की अध्यक्ष तरणीजा मोहन राठौड़ के नेतृत्व में महिलाओं ने संकल्प लिया कि महिलाएं अब सड़क़ों पर

उतरेगी और जरूरत पड़ी तो राजधानी तक भी जाएगी।
जोधपुर के राजपूत सभा भवन में एकत्र हुई 70 से अधिक महिलाओं ने राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर जन आंदोलन शुरू करने का संकल्प लिया। कोरोना काल के बाद पहली बार घर से निकले 36कौम की महिलाओं ने राजस्थानी

भाषा की मान्यता की मांग को बुलंद करने के साथ गेट टुगेदर भी किया। महिलाओं ने राजस्थानी लोक संस्कृति व कला से जुड़ी प्रस्तुतियां भी सोशल डिस्टेंस के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में दी। इस दौरान समाजसेवी खुशी शेखावत, हर्षिता राठौड़, दीपा पारख, हेमा गहलोत और अंकिता कुमारी ने भी अपने अपने ग्रुप के साथ शिरकत की।

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