मॉडलिंग के पैसे वापिस लेने, बीमारी और हनी ट्रेप में डालने के दबाव से आहत थी युवती

  • मॉडल युवती आत्महत्या प्रयास का मामला
  • आरोपियों को जमानत मिलने पर पुलिस ने रखा पक्ष
  • अब जांच एसीपी मंडोर को दी
  • जांच में लापरवाही सामने आने पर नोटिस भी दिया जा सकता है

जोधपुर, प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना जोधपुर की मॉडल युवती के सुसाइड प्रयास का प्रकरण अब नए सिरे से जांच में आ गया है। पकड़े गए आरोपियों को जमानत मिलने पर पुलिस उपायुक्त पूर्व भुवन भूषण यादव ने अपना पक्ष रखा है। जिसमें उन्होंने साफ किया कि मॉडल युवती पर कई अन्य तरह के दबाव भी थे। जिस वजह से भी उसने सुसाइड अटेम्प किया था। हालांकि हनी ट्रेप के लिए उसका यूज लिया जाना था और वह राजी नहीं थी। कोर्ट ने अक्षत शर्मा और दीपाली को जमानत दिए जाने पर पुलिस की तरफ से पक्ष रखा गया कि प्रकरण में यदि सही जांच नहीं की गई या किसी को बचाने आदि का प्रयास किया गया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कोई चूक सामने आने पर कारण बताओ नोटिस भी दिया जाएगा। पुलिस उपायुक्त भुवन भूषण यादव के अनुसार अब केस के लिए एसीपी मंडोर को जांच दी गई है। उन्हें तीन चार दिन में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। पीडि़ता ने अपने परिवार को बताया कि उसे प्रतिदिन पांच हजार रूपए के लिए मॉडलिंग के दिए जाएंगे, जबकि हकीकत में साड़ीय़ों की मॉडलिंग वर्क में हजार पंद्रह सौ से ज्यादा रूपए नहीं मिलते हैं। उस पर अपने दोस्तों का भी दबाव था कि यह काम सही नहीं है। वे भी प्रोफेशन को सही नहीं बता रहे थे। पीडि़ता को आरोपियों ने रूपए भी दे रखे थे। जब उससे हनी ट्रेप जैसी बात की गई तो वह आहत हो गई और वह सब करने से मना किया तो आरोपियों ने उसे दिए गए रूपए भी ले लिए। वह नवंबर से लेकर 12 जनवरी तक बीमारी की हालत में भी रही थी।

उस पर कई तरह के दबाव बन गए थे। ऐसे में वह आहत हो चुकी थी। डीसीपी पूर्व यादव ने बताया आरोपियों की गिरफ्तारी को गलत नही बताया। इसमें मजिस्ट्रेट द्वारा दिए गए आदेश पर भी बात की गई। मामले में किसी बड़े आदमी का नाम सामने आने से यह हाईप्रोफाइल बन गया था। मामला भी काफी संगीन हो गया था। लडक़ी की जान की तक बन पड़ी थी।

उन्होंने बताया कि बरामदगी के लिए पुलिस ने अभियुक्तों के पांच सात मोबाइल को जब्त किया था। मगर पहले से ही आरोपियों ने न्यूड वीडियो फोटो आदि को मोाबइल से हटा दिया था। दीपाली ने ही पीडि़ता को वीडियो और फोटो दिखाए थे। इसमें अब आरोपियों के खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया है। पोर्नोग्राफी का केस बनाया गया है। पुलिस ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि कानूनी प्रक्रिया में चूक हो गई थी। मामले में जो भी चूक रही, उसकी जांच मंडोर एसीपी करेंगे।

अक्षत और अधिवक्ता नवीन ने मिलकर रची साजिश

बताया गया कि जयपुर के नांगल में 3 हजार 882 बीघा थी। इसके बदले सरकार ने नाचना में 245 एकड़ जमीन दी थी। जमीन मालिक को नाचना के अलावा नीमराणा या फिर कहीं ओर जमीन दिलाने की बात कही थी। नवीन देवानी यह मामला अक्षत के पास लाया। दोनों ने मिलकर मंत्री से यह काम करवाने का दबाव बनाने के लिए हनी ट्रैप की योजना रची थी। नवीन देवानी 12 व 13 जनवरी को उदयपुर आकर अक्षत व दीपाली से मिला था। उसकी पुलिस ने लोकेशन भी ट्रेस की। नवीन ने बताया कि वह जमीन के और भी कई मामले मंत्री के मार्फत करवाना चाहता था। उदयपुर में अन्य जमीनों के मामले भी थे, जिनका निपटारा मंत्री के जरिए कराने की प्लानिंग थी।

पोर्नाग्राफी का मामला दर्ज

डीसीपी यादव ने बताया कि मॉडल के आत्महत्या के प्रयास के मामले में आरोपियों को बेल मिल गई है। उन पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके आधार पर अलग से इन्वेस्टिगेशन होगी। मोबाइल में मिले कंटेंट के आधार पर पोर्नोग्राफी का मामला दर्ज किया गया है।

गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना था

डीसीपी ने माना कि पुूलिस से टेक्निकल चूक हुई है, कहा कि आरोपी की पहले से हिस्ट्री थी। ऐसे में भाग ना जाए इसलिए उन्हें उसी दिन पकड़ा गया। 41 ए का नोटिस दिया जाना था, लेकिन पहले से ही हिस्ट्री होने से गिरफ्तारी कर ली गई।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें –http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews