जिला कलक्टर ने वीसी के जरिये दिए अभियान को आशातीत सफल बनाने के निर्देश

जिला कलक्टर ने वीसी के जरिये दिए अभियान को आशातीत सफल बनाने के निर्देश

जिला कलक्टर ने वीसी के जरिये दिए अभियान को आशातीत सफल बनाने के निर्देश

  • जिला कलेक्टर की पहल ‘वात्सल्य’ (एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर) अभियान
  • जोधपुर जिले में 14 जुलाई से होगा आगाज
  • प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं की होगी जाँच
  • दी जाएंगी उपयुक्त दवाइयां
  • गर्भवती महिलाओं को सुरक्षा कवच

जोधपुर,निरोगी राजस्थान के संकल्पों को साकार करने की दिशा में जोधपुर जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने एक और नवाचार को मूर्त रूप दिया है। इसके अन्तर्गत जच्चा-बच्चा दोनों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए जिले में बहुद्देश्यीय वात्सल्य अभियान का आगाज किया जा रहा है। जिले में इस अभियान की शुरूआत गुरुवार 14 जुलाई को होने जा रही है।

सुरक्षित और स्वस्थ मातृत्व को सुनिश्चित करने की यह अभिनव पहल गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं को सेहत की सुरक्षा प्रदान करने की दृष्टि से सुरक्षा कवच के रूप में उपयोगी सिद्ध होगी। वात्सल्य अभियान के जिले में बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता की अध्यक्षता में सोमवार शाम राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीसी के माध्यम से हुई ब्लॉकस्तरीय बैठक में इस अभियान की व्यापक रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया।

बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवन्त मंडा सहित जिला एवं ब्लॉक स्तरीय चिकित्सक, अधिकारी एवं प्रभारी आदि ने हिस्सा लिया।

मिशन मोड पर संचालित करें अभियान की गतिविधियां

जिला कलक्टर ने इस अभियान की आशातीत सफलता के लिए अभियान को मिशन मोड पर लेने के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए और कहा कि संबंधित पीसीटीसी पोर्टल पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की एएनसी(प्रसव पूर्व जांच) एक ही दिन में पूर्ण करें। इसके साथ ही जिला एवं ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा प्रभारी तथा संबंधित अधिकारीगण अभियान से जुड़ी गतिविधियों की मोनिटरिंग करें।

हर स्तर पर उपलब्ध कराएं सुविधाएं

जिला कलक्टर ने कहा कि स्थानीय स्तर पर विकास अधिकारी सरपंच, जन प्रतिनिधियों एवं भामाशाहों का सहयोग लेकर हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं के लिए अभियान अन्तर्गत दी जाने वाली सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि उनका रेफरल किया जा सके। अभियान के अन्तर्गत डेटा संधारण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए। सुरक्षित मातृत्व के लक्ष्यों में सफलता देने वाले इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समस्त गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच है। यह जांच एक निश्चित दिवस को की जाएगी ताकि समय पर जांच से संभावित खतरे के लक्षण की पहचान करते हुए मातृ मृत्यु दर में कमी लायी जा सके।

सहायक सिद्ध होंगी प्रक्रियाएं

इस अभियान के माध्यम से हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान की जा सकेगी तथा समय रहते ही उसका उचित उपचार या परामर्श प्राप्त किया जा सकेगा। इसके साथ ही इस अभियान द्वारा रक्त एवं यूरिन की जाँच तथा उनका रिकॉर्ड संधारित किया जायेगा जो गर्भावस्था के दौरान उपचार में सहायक सिद्ध हो सकता है।

शुभारंभ दिवस पर 14 जुलाई को जिले भर में चलेगा अभियान

जिला कलेक्टर की इस अभिनव पहल के अन्तर्गत जुलाई माह के लिए 14 जुलाई को प्रातः 9 से 3 बजे तक जिले के समस्त उपकेंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सैटेलाइट अस्पताल, उप जिला चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय आदि में अप्रैल,मई व जून माह में अब तक पंजीकृत समस्त गर्भवती महिलाएं (फॉर्म 6,7 एवं 8 के द्वारा रिपोर्टेड पीसीटीएस पोर्टल के अनुसार) लाभ उठा सकती हैं।

सामूहिक सहभागिता से संचालित होगा अभियान

वात्सल्य अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि अभियान के क्रियान्वयन के लिए क्रियान्विति में अधीनस्थ ग्राम अथवा नगर में पदस्थापित समस्त आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा समस्त गर्भवती महिलाओं को निमंत्रण देते हुए उपकेन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/सैटेलाइट अस्पताल/उप जिला चिकित्सालय/जिला चिकित्सालय में प्रसव पूर्व जाँच हेतु भेजना सुनिश्चित करेंगे। उपकेंद्र पर एएनएम,सीएचओ द्वारा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि उपकेंद्र से उच्चीकृत केंद्र पर चिकित्सक के द्वारा उनके विशेष दल के द्वारा ये कार्य संपादित किए जाएंगे।

सभी प्रकार की जाँचों और दवाइयों का प्रबन्ध

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि वात्सल्य योजना के अंतर्गत बच्चों के नियमित टीकाकरण के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए एचबी, बीपी,यूरीन,टीएसएच (केवल उन्हीं केंद्रों पर जहाँ ये व्यवस्था उपलब्ध है), शुगर/एल्ब्यूमिन, एचआईवी,सिफलिस की जाँच (किट की उपलब्धता के अनुसार) की सुविधा उपलब्ध की जाएगी। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं का वज़न नापना, उदर की जांच की सुविधा दी जाएगी और जांच में महिलाओं के एचबी के अनुसार उन्हें आयरन फोलिक एसिड, कैल्शियम /विटामिन डी 3, एल्बेंडाजोल की गोलियां भी दी जाएंगी।

टीकाकरण भी होगा

उन्होंने बताया की अभियान में आयरन सुक्रोस के लिए लाभार्थी का चयन करते हुए उनकी समस्या का निदान किया जायेगा तथा गंभीर रक्त अल्पता होने पर ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए रेफर किया जायेगा। अभियान के दौरान प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जायेगा।

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