मुख्य आरोपी के साथ और कौन शामिल पुलिस कर रही तफ्तीश
- फर्जी अंकतालिकाएं और डिग्रियां देने का मामला
- दो माह पहले हुए था मामला दर्ज
- 26 लाख ऐंठे थे
जोधपुर,मुख्य आरोपी के साथ और कौन शामिल पुलिस कर रही तफ्तीश। कमिश्ररेट की कुड़ी पुलिस ने विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी अंक तालिकाएं और डिग्रियां बनाकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके तार कहां कहां और किससे जुड़े हैं इसका पता लगाने में जुटी है। आरोपी ने यूट्यूब पर डिग्रियां अंकतालिकाएं आदि के बारे में जानकारी जुटाई थी। इसके साथ और कौन लोग शामिल है पुलिस इसका भी पता लगाने का प्रयास कर रही है।
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पुलिस के मुताबिक घटना मेें 18 अक्टूबर 23 को एक प्रकरण कुड़ी भगतासनी 1 सी 496 में रहने वाले अशोक कुमार गुप्ता की तरफ से दर्ज करवाया गया था। इसमें बताया कि नरेश प्रजापत नाम का शख्स मिला था और कहा कि वह उसके द्वारा एक एक्सपर्ट नाम से कंपनी बना रखी है। जिसका ऑफिस जोधाणा टावर आखलिया चौराहा के पास में है। वह विभिन्न महाविद्यालय,विश्व विद्यालय के कोर्स कराने और प्रवेश दिलाने का कार्य करता है। यदि कोई कोर्स करवाने चाहे या डिग्री लेना चाहे तो वह दिलवा देगा। इस तरह 30 लोगों से अलग अलग डिग्रियों के कोर्स नरेश प्रजापत से करवाए गए। उसे 26 लाख रुपए दिए गए थे। मगर उसके द्वारा विभिन्न कॉलेजों मेवाड़ युूनिवर्सिटी,गंगरार चितौडग़ढ़,श्री कृष्णा यूनिवर्सिटी छतरपुर मध्यप्रदेश, उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद रूडक़ी के नाम से जारी फर्जी अंकतालिकाएं दी गई।
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जांच पड़ताल के बाद लगा पता,फर्जी थी अंकतालिकाएं
इन अंकतालिकाओं की बाद में गहन जांच एवं पड़ताल की गई तो मालूम हुआ कि ये फर्जी होने के साथ किसी के द्वारा जारी नहीं की गई है। जो कूटरचित दस्तावेजों से तैयार की गई है। उक्त विश्वविद्यालयों से रिकार्ड भी मंगवाया गया। इस पर पुलिस ने आरोपी संजय कॉलोनी नागौर हाल पुरानी प्याउ गांधी नगर माता का थान निवासी नरेश प्रजापत को गिरफ्तार किया और पूछताछ जारी है।
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और कोई इसमें शामिल है या नहीं पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने बताया कि प्रकरण काफी गंभीर है और कई विश्वविद्यालयों की डिग्रियां और अंकतालिकाएं मिलना मतलब कोई और भी इसमें शामिल हो सकता है। उसके सहयोगी कौन कौन रहे इस बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है मगर कुछ और नाम भी सामने आ सकते हैं।
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