विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को मातृशक्ति सम्मान

यूजीसी पोषित महिला अध्ययन केंद्र जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय का आयोजन

जोधपुर, महिला दिवस के उपलक्ष में मंगलवार को यूजीसी पोषित महिला अध्ययन केंद्र जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय द्वारा मातृशक्ति सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ केएल श्रीवास्तव, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी एसीपी सेंट्रल रंजीता शर्मा थी। मुख्य वक्ताओं में अतिरिक्त सेशन न्यायाधीश सुरेंद्र सिंह सांदू एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मिली इनाणिया थी।

कार्यक्रम में महिलाओं के लिए चार स्तंभ सुरक्षा, न्याय, ज्ञान, स्वास्थ्य पर चर्चा की गई। शुरुआत सरस्वती वंदना से की गई तत्पश्चात महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक डॉ धनंजया अमरावत के स्वागत उद्बोधन से कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। महिला स्वास्थ्य पक्ष पर बात करते हुए डॉक्टर मिली इनाणिया ने स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न पहलुओं जैसे वर्कआउट,मेंटल हेल्थ, पीरियड्स, मीनोपॉज, स्तन कैंसर एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी रोचक तरीके से महिलाओं एवं छात्राओं को दी।

अतिरिक्त सेशन न्यायाधीश सुरेंद्र सिंह सांदू ने महिलाओं से संबंधित संवैधानिक एवं विधिक पक्ष रखते हुए महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक एवं सजग किया। उन्होंने कई ऐसे समाजों का जिक्र किया जहां महिला प्रधान है। मुख्य अतिथि आईपीएस अधिकारी रंजीता शर्मा ने कार्यक्रम में अपने निजी जीवन से संबंधित पक्षों को रखते हुए महिलाओं और छात्राओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने राजस्थान पुलिस की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ केएल श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के ऐतिहासिक पक्ष को सामने रखा।

उन्होंने विभिन्न देशों के उदाहरण देते हुए भारतीय समाज से उसकी तुलना की। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर जन परिवहन में महिलाएं एकाधिकार रखती हैं, ऐसी ही व्यवस्था परिवहन शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में भारत में स्थापित की जा सकती है। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को मातृशक्ति सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इन नौ महिलाओं को दिया गया मातृ शक्ति सम्मान

राजस्थानी साहित्य के लिए जेबां रसीद, रंगमंच और समाज सेवा के लिए अनुराधा आडवाणी,पत्रकारिता के लिए संगीता शर्मा, राजस्थानी शिक्षा और साहित्य के लिए डॉ प्रकाश अमरावत, ललित कला के क्षेत्र में सुनयना राठौड़, समाज सेवा एवं कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवा देने हेतु आशा खींची, हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने हेतु प्रगति गुप्ता, हस्तलिखित पांडुलिपि पठन द्वारा प्राचीन साहित्य को प्रकाश में लाने में विशेष योगदान हेतु विमलेश राठौड़, खेल क्षेत्र में सतत योगदान हेतु कलावती बीठू को मातृशक्ति सम्मान दिया गया।

कार्यक्रम में डॉ राम सिंह आढा,डॉक्टर विभा भूत,डॉ मीनाक्षी बोराणा, डॉ गजे सिंह राजपुरोहित,डॉ आशा राठी,डॉ विजयश्री,डॉ चांदकौर जोशी, बसंती,डॉ अनामिका व कई शोधार्थी एवं मातृशक्ति उपस्थित थी। डॉ विभा भूत ने धन्यवाद ज्ञापित किया मंच संचालन लक्ष्मण सिंह गड़ा ने किया।

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