बसंत पंचमी पर शहर में हुए कई कार्यक्रम

  • प्रत्यक्ष महावीर बालाजी को पहनाया पीला चोला
  • संबोधि धाम में हुआ विराट सरस्वती महापूजन का आयोजन
  • श्रद्धालुओं ने किया विशाल प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक और अष्टप्रकारी पूजन

जोधपुर,(डीडी न्यूज)। बसंत पंचमी पर शहर में हुए कई कार्यक्रम।
शहर में बसंत पंचमी पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मां सरस्वती की आराधना विशेष रूप से की गई। बसंत पंचमी के पर्व पर कायलाना रोड स्थित संबोधि धाम में महामंगलकारी सरस्वती महापूजन का विराट आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं, बच्चों,छात्र-छात्राओं और युवाओं ने विशाल सरस्वती माँ की प्रतिमा का महामस्ताभिषेक और अष्टप्रकारी पूजन कर सम्यक ज्ञान और सद्बुद्धि प्रदान करने की कामना की।

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इस अवसर पर संबोधि धाम ट्रस्ट मंडल द्वारा समारोह के संयोजक प्रवीण कुमार,निवेदिता कोचर और चन्द्रकान्ता,मूलचन्द कोचर, प्रमोद कुमार,कल्पना बांठिया को उपरना ओढ़ाकर अभिनंदन किया गया, गुरुजनों ने उन्हें सुंदर प्रतिमा देखकर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर इंडो पब्लिक स्कूल की बालिकाओं द्वारा सरवस्ती वंदना पर सुंदर भाव नृत्य की प्रस्तुति देख कर सभी भाई बहन आनंद विभोर हो गए।

संबोधि धाम में आयोजित इस महापूजन में सर्वप्रथ संत ललितप्रभ ने दिव्य मंत्रोच्चार कर सरस्वती माँ का आह्वान किया। कार्यक्रम में बच्चे से लेकर बड़ों तक सभी भाई-बहिनों ने दूध,जल,धूप,चंदन, अक्षत,पुष्प और नैवेद्य द्वारा माँ का पूजन किया।

इस अवसर पर दार्शनिक संत चन्द्र प्रभ ने सरस्वती माता की मंत्र साधना करवाते हुए कहा कि आज सरस्वती माता और लक्ष्मी माता का प्रकट दिवस है। जो सच्चे मन से सरस्वती माता की आराधना और साधना करता है उसकी बुद्धि हमेशा सद्बुद्धि रहती है, उसके जीवन में खूब तरक्की आती है,वह लोगों का भला करता है और अंत में सद्गति का मालिक बनता है। कार्यक्रम के पश्चात 27 दीपकों से महाआरती और महाप्रसादी का आयोजन किया गया।

प्रत्यक्ष महावीर बालाजी को पहनाया पीला चोला
सिवांची गेट स्थित प्रत्यक्ष महावीर बालाजी को बसंत पंचमी के अवसर पर पीला चोला पहनाया गया। मंदिर के सेवादार लोकेन्द्र वैष्णव ने बताया कि बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में भगवान का पीले माली पन्नो से श्रृंगार किया गया। पुजारी भगवान दास वैष्णव ने आरती की तथा आरती के पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। भक्तों ने बालाजी के मनमोहक स्वरूप के दर्शन किए।