आईआईटी जोधपुर ने किया दूरदर्शी लोगों का सम्मान
भाप्रौसं.जोधपुर का नेतृत्व और नवाचार को सम्मान
जोधपुर,आईआईटी जोधपुर ने किया दूरदर्शी लोगों का सम्मान।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर में प्रतिष्ठित मानद उपाधि पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद गजसिंह,विशिष्ट अतिथि एम्स जोधपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ.गोवर्धन दत्त पुरी और भारतीय अमेरिकी उद्यमी एवं विनोद गुप्ता थे।
आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. अविनाश कुमार अग्रवाल ने सम्मान प्राप्त करने वालों के प्रभावशाली योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा हम विनोद गुप्ता की असाधारण यात्रा,शिक्षा और नवाचार के माध्यम से जीवन को बदलने के उनके समर्पण से प्रेरित हैं।
इसे भी पढ़िए – बीएसएफ का 60वां स्थापना दिवस समारोह अब 8 को,गृह मंत्री आएंगे
उन्होंने कहा गुप्ता की कहानी हमें ज्ञान की परिवर्तनकारी शक्ति और समाज को वापस देने के महत्व की याद दिलाती है। उन्होंने सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने वाले नवाचार और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।
समारोह का मुख्य आकर्षण विनोद गुप्ता को डॉक्टर ऑफ साइंस (ऑनोरिस कॉसा) की उपाधि प्रदान करना था। सम्मान स्वीकार करते हुए गुप्ता ने आभार व्यक्त किया और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि यह मान्यता शिक्षा और प्रौद्योगिकी के माध्यम से समुदायों के सशक्तिकरण में योगदान जारी रखने के मेरे संकल्प को मजबूत करती है। मैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर के विजन से बहुत प्रभावित हूं और इस यात्रा का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
इस कार्यक्रम ने भाप्रौसं जोधपुर और एम्स जोधपुर के बीच सहयोग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी चिह्नित किया। डॉ.गोवर्धन दत्त पुरी ने अंतःविषय नवाचार के महत्व पर प्रकाश डाला। मेडटेक कार्यक्रम पर भाप्रौसं.जोधपुर और एम्स जोधपुर का सहयोग अद्वितीय है,जो देश में एक अनूठा पाठ्यक्रम पेश करता है। साथ मिलकर हम मजबूत टीमों का निर्माण कर रहे हैं,नवाचार को आगे बढ़ा रहे हैं और किफायती चिकित्सा प्रौद्योगिकियों के माध्यम से मेक इन इंडिया के सपने को साकार करने के अवसर पैदा कर रहे हैं।
जेनपैक्ट के साथ समझौता ज्ञापन के आदान-प्रदान ने संस्थान में एक और उपलब्धि जोड़ दी है। यह साझेदारी जो एक चेयर प्रोफेसर पद और उद्योग-वित्तपोषित पीएचडी फेलोशिप स्थापित करती है। अत्याधुनिक शोध को बढ़ावा देने और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
जेनपैक्ट के दिवाकर सिंघल (एसवीपी) ने कहा कि हम अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के हिस्से के रूप में एआई, कंप्यूटर विज्ञान और डिजिटल विज्ञान अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डिजिटल भारत समाधान के साथ जुड़कर और महिला सशक्तिकरण पर जोर देकर, हम सीखने को आगे बढ़ाते हैं और अपने देश के लिए समाधान के नए क्षेत्र खोलते हैं। यह पहल एक अधिक समावेशी और तकनीकी रूप से उन्नत समाज बनाने में मदद करती है जो सभी के लिए बेहतर काम करती है।
प्रोफेसर अविनाश कुमार अग्रवाल ने कहा इस साझेदारी का उद्देश्य अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देना और नवाचार को बढ़ावा देना तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य के नेताओं को सशक्त बनाना है। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद गज सिंह ने शिक्षा और सामाजिक प्रगति में संस्थान के योगदान की सराहना करते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि भाप्रौसं. जोधपुर दिन प्रतिदिन असाधारण प्रगति कर रहा है। विनोद गुप्ता जैसे दूरदर्शी लोग इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे कोई व्यक्ति कार्यों को अंजाम दे सकता है और राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे सकता है।
उन्होंने कह शिक्षा शक्ति की कोई सीमा नहीं है और आम लोगों तक पहुँचने में भाप्रौसं जोधपुर के प्रयास वास्तव में सराहनीय है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि भाप्रौसं.जोधपुर दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है,नए संबंध बना रहा है और जबरदस्त प्रगति कर रहा है। इसमें शामिल सभी लोगों को मेरी शुभकामनाएं।
इस अवसर पर जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन (JCKIF) के तहत कारीगरों को पेटेंट डिजाइन प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए। यह पहल पारंपरिक शिल्प कलाओं का जश्न मनाती है और उनको सुरक्षा प्रदान करती है,उनकी व्यावसायिक व्यवहार्यता और सांस्कृतिक संरक्षण सुनिश्चित करती है।
समापन राष्ट्रगान और शैक्षणिक जुलूस के साथ हुआ,जिससे उपस्थित लोगों को इस कार्यक्रम की उत्कृष्टता और सहयोग के उत्सव से प्रेरणा मिली। भाप्रौसं जोधपुर नवाचार के केंद्र के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करने,साझेदारी को बढ़ावा देने और भावी पीढ़ियों को सशक्त बनाने के अवसर पैदा करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।