ग्रामीण इलाकों में पेयजल का भारी संकट, जलदाय विभाग कार्यालय पर फोड़ी मटकियां

ग्रामीण इलाकों में पेयजल का भारी संकट, जलदाय विभाग कार्यालय पर फोड़ी मटकियां

आए दिन लोग कर रहे प्रदर्शन

जोधपुर, शहरी क्षेत्र के साथ बाहरी इलाकों में भीषण गर्मी के बीच पेयजल संकट बना हुआ है। पानी की मांग को लेकर लोगों द्वारा प्रदर्शन जारी है। सोमवार की सुबह डिगाड़ी में क्षेत्र के लोगों ने जलदाय विभाग कार्यालय पहुंच कर पानी की मांग की और मटकियां फोड़ कर अपना रोष जाहिर किया। महिलाओं का कहना है कि बाहर से टैंकर से पानी मंगवाना पड़ रहा है जो 1000-500 से कम नहीं आ रहा है।

शहर के बाहरी इलाकों में इन दिनों पानी की भारी किल्लत है और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार की सुबह डिगाड़ी में लोगों ने जलदाय विभाग के कार्यालय पर मटकियां फोड़ कर प्रदर्शन किया। जलदाय विभाग के कार्यालय में मटकिया फोड़ रही महिलाएं और यह लोग डिगाडी इलाके के हैं। यह इलाका जयपुर जोधपुर हाईवे पर है और यहां पानी की भारी किल्लत है। लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग की लापरवाही और अवैध कनेक्शनों की वजह से उन तक पानी नहीं पहुंच पाता। इसका खामियाजा उनके परिवार और उनके पालतू जानवरों को उठाना पड़ रहा है। लोग 500 से 1000 रुपये तक का पानी का टैंकर खरीदने को मजबूर है। लोगो को पानी के लाले पड़ रहे हैं।

लोगों ने कहा उनके इस प्रदर्शन के बाद भी यदि पानी की सप्लाई सही नहीं की गई तो वे और बड़ा आंदोलन करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की और जलदाय विभाग की होगी। इन दिनों शहर में भीषण गर्मी चल रही है और इधर इंदिरा नहर क्लोजिंग के चलते भी पानी का भारी संकट बना हुआ है। नहर शुरू होने में अभी नौ दिन का समय बचा है। कायलाना मुख्य जल स्त्रोत में दस दिन तक पानी है। नहर बंदी टूटने के बाद भी सप्ताह भर तक पानी की किल्लत बनी रह सकती है। नहर से कायलाना में पानी आने में कम से कम एक सप्ताह का वक्त लगेगा।

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