चक्रवात ताउते का असर हुआ धीमा, मिली बड़ी राहत

जोधपुर, ताउते सिवियर साइक्लोनिक स्ट्रोम की आने वाली मुसीबत को गुजरात के मौसम तंत्र ने कमजोर कर दिया। इस वजह से पश्चिमी राजस्थान ने बड़ी राहत की सांस ली। ताउते चक्रवात ने गुजरात में प्रवेश के बाद पश्चिमी राजस्थान में मंगलवार सुबह से चली तेज ठंडी हवा का दौर दिनभर चलती रही। पश्चिमी राजस्थान के आसमान में घने बादल मंडराते रहने से मौसम का मिजाज सुहावना हो गया,और गर्मी से बड़ी राहत मिली।

जानकारों के अनुसार रात को ग्यारह बजे ताउते चक्रवात गुजरात के तटीय क्षेत्र से टकराया था।उसके बाद इसकी गति कम हो गई। गुजरात से गति धीमी से अब ताउते का कोई असर नही अनुमान लगाया जा रहा है। इस चक्रवात के असर के कारण एक सप्ताह तक गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि ताउते ने 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सफर शुरू किया था,जिससे महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में तबाही मचाई। गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने के बाद इसका का असर धीमा पड़ गया।

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उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिनों से ताउते के कहर को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने ऑरेंज अलर्ट घोषित किया था। लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही थी। जिला प्रशासन ने अस्पतालों में कोविड रोगियों के ऑक्सीजन पहुंचाने में परेशानी नहीं हो इसके लिए जनरेटर व बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करवाने के इंतजाम किए थे। नगरपालिकाओं,सिविल डिफेंस,एसडीआरएफ की ओर से रेत के कट्टे व रस्सों की व्यवस्था कर कन्ट्रोल रुम स्थापित कर कार्मिकों को तैनात कर दिया था। डिस्कोम भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुचारु रखने को लेकर अलर्ट मोड पर आ गई थी। लेकिन ताउते की धीमी गति से सभी ने राहत मिली है।

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