जोधपुर, अपनी तरह के अनूठे जोधपुर ब्रीथ बैंक के कार्यालय का लोकार्पण समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में यह सम्पूर्ण समारोह वर्चुअल आयोजित किया गया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने श्वास बैंक में अपना योगदान देने वाले भामाशाहों की सराहना करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में यह श्वास बैंक जोधपुर के लिए वरदान साबित होगा। राजस्थान के इतिहास में यह ब्रीथ बैंक सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के पहले चरण में भी भामाशाहों ने सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दिया और हमने इस वायरस संक्रमण को काबू करने में कामयाबी हासिल की।

इसी प्रकार हम सभी लोगों के सहयोग से शीघ्र ही कोरोना महामारी से उबरने में सफल होंगे, ऐसा विश्वास है। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में ऑक्सीजन के लिए सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्वास बैंक के माध्यम से ऑक्सीजन की यह किल्लत काफी हद तक दूर होगी, ऐसा विश्वास है। उन्होंने सभी भामाशाहों की सराहना की तथा सलाह दी कि इस बैंक के साथ एक प्लाज्मा बैंक भी बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर ब्रेथ बैंक की वेबसाइट का भी लोकार्पण किया।

मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से करने के लिए जोधपुर श्वास बैंक की स्थापना हुई है। 500 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की क्षमता वाले यह श्वास बैंक अपनी तरह का अनूठा बैंक बना है। शहर के भामाशाहों द्वारा कुल 500 ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर मशीनों को श्वास बैंक में उपलब्ध करवाना जाना प्रस्तावित है।

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ये भामाशाह, सेवाभावी और गणमान्य जन रहे उपस्थित

इस अवसर पर मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने अपने उद्बोधन में श्वास बैंक की इस संकल्पना को अद्भुत बताया तथा जोधपुर शहर के लिए वरदान बताया। न्यायाधीश विनीत कोठारी एवं न्यायाधीश संदीप मेहता ने अपने उद्बोधन में इसे देशभर के लिए एक अनुकरणीय पहल बताया तथा जोधपुर में सघन वृक्षारोपण के लिए सबको प्रेरित किया। जोधपुर जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह ने ब्रेथ बैंक की अवधारणा की सराहना की तथा इससे जोधपुर किस प्रकार लाभान्वित होगा इसकी जानकारी दी। कार्यक्रम के अन्त में श्रीपाल लोढ़ा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।