ऑस्ट्रेलिया, ब्रिस्बेन गाबा में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला जा रहा है,जो निर्णायक मुकाबला साबित हो सकता है अभी तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर हैं दोनों टीम मैच जीतकर सीरीज भी जितना चाहेगी। पहला दिन दोनों टीम की ओर से बराबरी का रहा।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 5 विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटके देते हुए 17 रन पर ही दोनों ओपनर को पवेलियन भेज दिया, डेविड वार्नर 1 रन, व मार्कस हैरिस 5 रन ही बना पाए। लाबुशेन और स्मिथ ने पारी को संभाला और दोनों के बीच 70 रन की साझेदारी हुई जिसे डेब्यू ऑलराउंडर सुन्दर ने तोड़ा। सुन्दर ने स्मिथ का विकेट लेकर अपना पहला टेस्ट विकेट लिया स्मिथ ने 36 रन बनाए, मार्न्स लाबुशेन ने अपना पांचवा टेस्ट शतक बनाते हुए 108 रन की पारी खेली यह उनका होम ग्राउंड पर दूसरा शतक है,लाबुशेन ने ब्रिस्बेन में 3 मैच में 187 के औसत से 374 रन बनाए है, लाबुशेन को डेब्यू मैच खेल रहे लेफ्ट आर्म पेसर टी. नटराजन ने आउट किया। लाबुशेन ने चौथे विकेट के लिए वेड के साथ 113 रनों की साझेदारी की, वेड ने 45 रन बनाए, दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान टीम पेन 38 रन व ऑलराउंडर सी.ग्रीन 28 रन बनाकर डेट हुए है।
पहले दिन भारतीय गेंदबाज टी.नटराजन ने 2 विकेट, म.सिराज, सुन्दर व ठाकुर ने एक एक विकेट लिए। टीम पेन और सी.ग्रीन के बीच अब तक 61 रन की साझेदारी हो चुकी है। भारत ने जल्द ही इन्हें पवेलियन नही भेजा तो ऑस्ट्रेलिया बड़ा स्कोर बनाने में सफल हो जाएगी जो भारत के लिए दिक्कतें पैदा करेगा भारत इस मैच को जीकर बॉर्डर गावस्कर
ट्रॉफी को अपने पास रखना चाहेगा।
पाँच भारतीयों ने डेब्यू किया
इस ऑस्ट्रेलिया दौरे में पाँच भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। इनमे नवदीप सैनी, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, टी.नटराजन व वाशिंगटन सुन्दर शामिल हैं। इससे पहले 6 भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लैंड दौरे में 1996 में डेब्यू किया था। इनमे सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, सुनिल जोशी, पारस महाम्ब्रे, वेंकटेश प्रशाद व भारतीय टीम के मौजूदा बैटिंग कोच विक्रम राठौर शामिल थे।
पहले दिन इन पर चर्चा
1- क्रमशः नटराजन और सुंदर की 300 और 301 टेस्ट कैप संख्या है।
2- 546 टेस्ट मैचों में 300+ खिलाड़ी को खिलाने वाला देश है भारत।
3- टेस्ट सीरीज़ में भारत द्वारा उपयोग किए गए 20 खिलाड़ी किसी भी विदेशी दौरे में उपयोग किये गए सबसे अधिक है।
4- लाबुशेन का स्कोर 37 व 48 रन था जब रहाणे और पुजारा ने उनके कैच छोड़े।
5- मार्न्स लाबुशेन द्वारा लगाए गए 5 शतक आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे अधिक है।
6- 19 रन पर थे सी. ग्रीन जब शार्दूल ठाकुर ने उनका रिटर्न कैच टपकाया।
7- टी.नटराजन एक दौरे में तीनों फॉरमेट में डेब्यू करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
8- भारत को 10 साल बाद मिला लेफ्ट आर्म पेसर।