अखिल राज. स्तरीय आ. लक्ष्मीकांत जोशी साहित्य सम्मान हेतु प्रविष्टियाँ आमंत्रित

जोधपुर, कला, संस्कृति, शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध “सृजना” संस्था द्वारा सूर्यनगरी के ख्यातनाम साहित्यकार, रंगकर्मी,पत्रकार और प्रसिद्ध शिक्षक आचार्य लक्ष्मीकांत जोशी की स्मृति में प्रति वर्ष दिया जाने वाला राज्य स्तरीय साहित्य सम्मान इस बार “लघुकथा” विधा पर दिया जाएगा। सूर्यनगरी के आचार्य लक्ष्मीकांत जोशी साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में देश की अनेक प्रतिभाओं के प्रेरणा-स्रोत रहे हैं। वे हिंदी के आचार्य ही नहीं, लोहिया वादी चिंतक भी थे। समाज के लिए उन्होंने उत्कृष्ट साहित्य और पत्रकारिता को सदैव अपरिहार्य माना था।

उनकी स्मृति में प्रथम प्रतियोगिता कथा साहित्य के क्षेत्र में आयोजित की गई थी। उस प्रतियोगिता के पुरस्कृत कथाकार ओम भाटिया की कृति “बुर्ज, चांद और धुंआ” को श्रेष्ठ मानते हुए ख्यातनाम रचनाकार प्रियंवद ने एक भव्य समारोह में रचनाकार को सम्मानित किया था जबकि अगली बार काव्य विधा पर यह सम्मान युवा कवि राहुल बोयल को उनके काव्य संग्रह “मैं चाबियों से नहीं खुलता” पर ख्यातनाम रचनाधर्मी हेमंत शेष के हाथों सेमी वर्चुअल कार्यक्रम में जुलाई 21 को प्रदान किया गया था। सृजना के सचिव हरीदास व्यास ने बताया कि सृजना-कार्यकारिणी के निर्णयानुसार इस बार अखिल राजस्थान स्तरीय आचार्य लक्ष्मीकांत साहित्य तृतीय सम्मान साहित्य की “लघुकथा” विधा” के क्षेत्र में रखी गई है।

इस सम्मान हेतु केवल राजस्थान के मूल निवासी अथवा पिछले दस वर्षों से राजस्थान में निवास करने वाले रचनाकार ही भाग ले सकते हैं। परंतु इसमें सृजना कार्यकारिणी के सदस्य भाग नहीं ले सकेंगे। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत रचनाकार 2017 से दिसम्बर 2021 की अवधि में प्रकाशित अपने किसी एक लघुकथा- संग्रह की दो प्रतियाँ अंतिम तिथि 28 फरवरी 2022 तक सृजना-सचिव, घर-गली संख्या 2, चौपासनी ग्राम, जोधपुर 342014 के पते पर केवल रजिस्टर्ड डाक अथवा स्पीड पोस्ट से भेज सकते हैं। रचनाकार को सादे कागज पर अपने मूल निवास का शपथ पत्र भी संलग्न करना होगा। शपथ-पत्र के साथ ही आवेदित प्रतियाँ स्वीकृत होंगी।

सर्वश्रेष्ठ कृति का निर्णय निर्णायक समिति करेगी। निर्णायक मंडल का निर्णय ही अंतिम रूप से स्वीकार्य होगा। चयनित कृति के रचनाकार का एक भव्य समारोह में 21 हजार रुपए की राशि, सम्मान-पत्र, शॉल, श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया जाएगा।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews