बाढ़ से बचाव को लेकर प्रशासनिक अधिकारी जुटे तैयारियों में

मानसून नजदीक

जोधपुर, आगामी दिनों में मानसून की नजदीकी को देखते हुए अब प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं। इसके लिए जिला स्तर आज मानसून को लेकर विचारविमर्श किया गया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम मदनलाल नेहरा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मानसून पूर्व बाढ़ बचाव की तैयारियों से सम्बन्धित बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए।

सभी विभागों को दिए जरूरी दिशा-निर्देश

अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता बाढ बचाव की तैयारियों के संबंध में गंभीर हैं। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने पुलिस, सिविल डिफेन्स, आरएसी, एसडीआरएफ,पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी,सिचाईं,डिस्कॉम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग,रसद, नगर-निगम,पशुपालन आर्मी, आरएएसी के अधिकारियों से उनकी तैयारियों की जानकारी ली व कहा कि जो भी तैयारी करनी है 15 जून पूर्व कर लें ताकि मानसून के समय बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति से निपटने में कोई दिक्कत पैदा न हो व जनहानि समय पर रोका जा सके।

गोताखोर भी रहें तैयार

उन्होंने कहा कि वाटर बोट,गोताखोर, मड पम्प, बचाव टीमें, कंट्रोल रूम व पर्याप्त मिट्टी के कट्टे व सभी बचाव टीम समय पर कंट्रोल रूम स्थापित कर लें ताकि अल्प सूचना पर सम्बंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी को निभा सकें। बैठक में मौसम विभाग के वैज्ञानिक हेमेंद्र शर्मा ने बताया कि फिलहाल सामान्य मौसम की जानकारी है जो भी जानकारी मिलती है तत्काल जिला प्रशासन को उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित है।

2007 के बाद से चार बड़े बांध खाली

सिंचाई विभाग ने बताया कि जिले में 237 बांध हैं जिनमें चार बड़े बांध हैं, एक वोट सुरपुरा बांध पर रखी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 के बाद सभी चारों बांध खाली हैं। मिट्टी भरे 400 कट्टे रखवाए हुए हैं ताकि जरूरत पडऩे पर काम आ सके।  पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता जेसी व्यास ने बताया कि विभाग में 12 पंप सेट हैं व किराए पर लिए जाते हैं।

पेट्रोल गैस आरक्षित रखी जाए

जिला रसद अधिकारी अनिल पवार ने बताया कि पेट्रोल व गैस आरक्षित रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। रसद साग्रमी व खाद्यान्न परिवहन सही होना सुनिश्चित किया जा रहा है। नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त बजरंग सिंह ने बताया कि नालों की सफाई कराई जा रही है,मैनहोल भी दुरुस्त करा रहे हैं। नगर निगम के पास 8 मड पंप है, दोनों निगम के पास कुल 15 मड पंप हैं। पर्याप्त रेत के कट्टे भी रखने के निर्देश जारी कर रखे हैं।

26 गोताखोर चिन्हित

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील पंवार ने बताया कि 26 गोताखोर चिह्नित हैं। एसडीआरएफ के 99 गोताखोर संभाग में जरूरत अनुसार भेजे जा सकेंगे। फाइबर बोट भी हैं व थाना स्तर पर भी सभी की सूची उपलब्ध है।

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