ट्यूवबेल से पानी भरने को लेकर दो पक्षों में विवाद,सरिए से पीटकर एक की हत्या,तीन घायल
- पानी भरने की बात पर सूरसागर में मर्डर
- परिजन व समाज के लोग 50 लाख और मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर धरने पर बैठे
- देर रात तक धरना जारी
- पुलिस ने तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
जोधपुर,शहर के सूरसागर इलाके भोमियाजी की घाटी सूरज बेरा में रविवार की रात को ट्यूबवैल पर पानी भरने की बात को लेकर हुए विवाद में एक अधेड़ की हत्या कर दी गई। पुलिस ने प्रकरण में कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य की पहचान के साथ तलाश की जा रही है। इधर परिजनों का आरोप है कि आरोपी पक्ष के लोगों ने घायलों को अस्पताल जाने से रोका था। पुलिस के आने के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया। इलाज में देरी होने के कारण व्यक्ति की मौत हुई है। हत्या के बाद तनाव की स्थिति बन गई।
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पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमडीएम भेजा लेकिन परिजनों ने पीएम कराने से मना करते हुए धरने पर बैठ गए। परिजनों व समाजं के लोगों ने मांग की कि हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। जिसकी मौत हुई है वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था, इसलिए परिवार को 50 लाख रुपए और एक बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश भी की लेकिन वे नहीं माने और परिजन सोमवार रात तक धरने पर डटे रहे।
जानकारी के अनुसार अशोक भील ने बताया कि उनका भाई किसनाराम पुत्र छोगाराम भील, भोमिया जी की घाटी, सूरज बेरा कच्ची बस्ती में रहता है। रविवार की रात करीब 9 बजे वह पास में लगे ट्यूवबेल की नली घर लेकर आ गए थे, जिस पर पड़ोस में रहने वाले शकील पुत्र मोहम्मद, नासिर पुत्र मो रफीक और बबलू पुत्र मोहम्मद हातम के बीच विवाद हो गया।
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इसके बाद किसनाराम घर आ गया। थोड़ी देर बार तीनों आरोपी व उनके साथ करीब आठ से 10 लोग इकट्ठे होकर आए और गाली-गलौच कर जाति-सूचक शब्दों से अपमानित किया। सरिए, लोहे के पाइप व डंडों से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे किसनाराम का सिर फूट गया व शरीर के अन्य स्थानों पर गंभीर चोट आई। बीच बचाव करने आई किसनाराम की पत्नी राधादेवी के कमर में भी सरिया मारा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनके बेटे राघव की गर्दन पर चोट लगी है। घटना के बाद सभी वहां से चले गए।
अस्पताल नहीं जाने दिया
परिजनों ने बताया कि उनके घर पर राधाबाई की बहन और उसका भतीजा भी आया आ। जब वे किसनाराम और उसकी पत्नी को इलाज के लिए ले जाने लगे तो आरोपियों ने रास्ता रोक लिया और उन्हे वहां से निकलने नहीं दिया। विवाद के दौरान किसी ने पुलिस को फोन कर दिया था, आधे घंटे बाद पुलिस आई तो सभी को अस्पताल भिजवाया, लेकिन वहां किसनाराम ने इलाज के बीच दम तोड़ दिया।
घटना के बाद जब समाज के लोगों को पता चला तो वे भी इकट्ठे हो गए और विवाद का विरोध करने लगे। सभी ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। सोमवार सुबह पीएम करवाने से मना करते हुए कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने, रुपये व नौकरी देने की मांग पूरी की जाए। इसके बाद जिला प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश की।
एसीपी प्रतापनगर प्रेम धणदे ने बताया कि प्रकरण में उक्त तीन नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की पहचान कर तलाश की जा रही है। फिलहाल धरना जारी है। मंगलवार को आगे समझाइश कर धरना समाप्त करने का प्रयास जारी रहेगा।
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