तीन दिन की बारिश ने मारवाड़ में ढाया कहर,कई बस्तियांं जलमग्न

बिपरजॉय तूफान

  • अजमेर-जयपुर की तरफ से बढ़ा कम दबावी क्षेत्र
  • भीतरी शहर में भवन की छत भरभरा कर गिरी
  • एमडीएम ट्रोमा सेंटर की छत से गिरने लगा पानी

जोधपुर,अरब सागर से उठा तूफान बिपरजॉय चक्रवात का असर रविवार की अपरान्ह बाद कम हो गया। तीन दिन से चल रही लगातार बारिश से मारवाड़ की कई बस्तियां जलमग्न हो गई। निचली बस्तियों में पानी भर गया है। जिसे सूखने एवं खाली करने में कम से कम एक पखवाड़ा लगेगा। तब तक मानसून भी आ जाएगा। जोधपुर और आस पास के कई गांवों में पानी भर गया है। निचली बस्तियां पानी में डूब गई है तो भीतरी क्षेत्र वीर मोहल्ला में एक भवन की छत भरभरा कर गिर गई, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। शहर के सबसे बड़े मथुरादास माथुर अस्पताल के ट्रोमा आईसीयू के एक्सरे विभाग की छत से पानी टपकने के साथ प्लास्टर गिरा है। अस्पताल परिसर में भी पानी भर गया।

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मौसम केंद्र के अनुसार चक्रवात का असर मारवाड़ में रविवार की अपरान्ह बाद घटने लगा है। उसकी दिशा अजमरे जयपुर की तरफ कम दबावी बनकर बढ़ी है। जहां मध्यम या भारी बारिश हो सकती है। मारवाड़ में 24 घंटे से लगातार बारिश हुई। कभी धीमी तो कभी मूसलाधार। बारिश का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है और बढ़ रही है कई बस्तियों की परेशानी भी। जोधपुर शहर का ड्रेनेज सिस्टम फेल होने का खामियाजा सैकड़ों परिवार उठा रहे हैं। कई जगह हालात बिगडऩे के बाद प्रशासन पहुंचा पंप लगाए लेकिन वह भी अस्थाई व्यवस्था है।

सूरसागर और आस पास की बस्तियों में भरा पानी 

सूरसागर क्षेत्र के गेवा में कनावतो की बस्ती की हालत सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां 3 फीट तक पानी भरा हुआ है और पानी निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। यहां रहने वाले धनराज गहलोत ने बताया कि 500 लोगों की बस्ती है। हर गली में पानी भरा रहता। मानसून सीजन में परेशानी होती है लेकिन इस बार तो तूफान होने के कारण अभी से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।

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बीजेएस नट बस्ती और कबीर नगर बस्तियां जलमग्न

कायलाना के समीप कबीर नगर की बस्ती और बीजेएस नट बस्ती में कई घरों में पानी भरने से लोगों की परेशानी बढ़ गई। लोगों का अंदर बाहर जाना मुहाल हो गया। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी इन बस्तियों को जायजा लिया और उचित आश्वासन दिया है।

बासनी डर्बी कॉलोनी भी जलमग्र

डर्बी कॉलोनी का खौफ जैसे-जैसे बारिश बड़ी वह भी बढ़ता गया। जोधपुर शहर में शनिवार पूरी रात बारिश हुई तो प्रशासन ने सबसे पहले राहत के लिए टीमें डर्बी कॉलोनी में ही भेजी। 1000 हॉर्स पावर के पंप लगाए गए जिससे पानी जल्दी खाली कराया जा सके। लोग भी सुबह से ही घरों के बाहर आ गए।

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बनाड़ रेलवे क्वार्टर में भरा पानी, हालात यहां पर विकट

शहर के निकट रेलवे स्टेशन कैंट के रेलवे क्वार्टर जो सारण नगर ओवरब्रिज के समीप बने हुए हैं वहां भी भारी बारिश के कारण पानी भर गया। रेलवे कर्मचारियों के घरों में 2 से 3 फीट तक पानी जमा हो गया। इससे उनके घर का सामान भी खराब हुआ। इनकी मदद के लिए प्रशासन की तरफ से कोई नहीं पहुंचा। बाद में जब स्थिति बिगडऩे लगी तो जिला कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे। यहां के हालात सबसे ज्यादा विकट बने हुए हैं।

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