कई और जगहों पर थी नकबजनी और हत्या की प्लानिंग

कई और जगहों पर थी नकबजनी और हत्या की प्लानिंग

  • रूडक़ली हत्या व नकबजनी प्रकरण
  • दो बालकों को भेजा सुधार गृह
  • एक युवक गिरफ्तार, तीन और की तलाश
  • स्थानीय सुनार का भी हाथ

जोधपुर, कमिशनरेट के डांगियावास थाना इलाके के रूकड़ली गांव में बुधवार रात हत्या व नकबजनी के प्रकरण में रविवार की रात को खुलासा करते हुए दो बालकों को संरक्षण में लेकर उन्हें सुधार गृह भिजवाया है। एक युवक को इसमें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस प्रकरण में तीन और लोग शामिल हैं। जिनकी दस्तयाबी के प्रयास किए जा रहे हैं। पकड़े गए अभियुक्त रूडक़ली के सुनील सरगरा से पूछताछ में सामने आया कि ये लोग एक गैंग के रूप में कार्य करते थे। इन्होंनेे घटना से पहले रैकी कर रखी थी। जिले में कुछ और स्थानों पर रैकी कर रखी थी। ताकि रात्रि में वारदातों को अंजाम दिया जा सके।

परिवार के पास में पैसा का उन्हें पहले से था पता

थानाधिकारी कन्हैयालाल ने बताया कि बदमाशों ने पहले से रैकी किए जाने के साथ उन्हें पता था कि इस परिवार में खूब पैसा है। मृतका का एक मकान नागौरी गेट में है वह किराए पर चला आ रहा है। जिससे 15 हजार रूपए प्रतिमाह आते हैं। इसके अलावा एक स्थानीय सुनार इस आरोपी से मिला था। इस सुनार ने जानकारी दी कि महिला ने कुछ समय पहले पांच लाख के गहने बनवाए हैं।

बिहार से लाए

पूछताछ में सामने आया कि वारदात के समय प्रयुक्त के किए च्लब्ज यह लोग बिहार से लेकर आए थे। एक बिहारी का भी इसमें हाथ है। जिसकी दस्तयाबी का प्रयास किया जा रहा है। वारदात में तीन और लोग शामिल हैं जिसमें एक तो घटना के वक्त था। जबकि दो अन्य योजना को बनाने वाले थे। मौके पर मिला मोबाइल एक नाबालिग का था। जिसे पुलिस ने उसी दिन जब्त कर लिया था। रूकड़ली गांव में 85 साल के सोनाराम अपनी 65 साल की दूसरी पत्नी शांतिदेवी के साथ रह रहे थे। जहां उनके पड़ौस के घर में बेटे व बहू रहते हैं लेकिन उनके पास उनके दो पोते 8 व 10 साल के सो रहे थे। बुधवार की रात तीन बजे के आस पास नकबजनी करने चार चोर उनके घर में घुसे। एक बाहर ही खड़ा था, तीन ने घर में प्रवेश किया। इस दौरान बक्सों व अलमारी की आहट से शांति देवी की जाग गई। तो चोरों का विरोध करने लगी, इधर पति सोनाराम भी जाग गए। दोनों ने संघर्ष किया तो चोरों ने पति को धक्का दे गिरा दिया, लेकिन शांतिदेवी विरोध करती रही। इस दौरान दो चोर उसके ऊपर बैठ गए और मुंह पर कपड़ा लगा दिया। चोरों ने गला भी दबा दिया। जिससे वो अचेत हो गई। चोर फिर भी वहां से छह तोला सोने के जेवरात व दो लाख रुपए ले भागे। शांतिदेवी को तत्काल मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया। मगर यहां पर डॉक्टर ने उसे मृत बता दिया था।

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