छह दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कर जोधपुर लौटा दल
- सीमा मोंटेसरी स्कूल के विद्यार्थियों का छह दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण सम्पन्न
- ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर विद्यार्थियों ने किया ज्ञानवर्धन
- विद्यार्थियों ने किया ताज महल,वृंदावन सहित अनेक स्थलों का भ्रमण
जोधपुर,छह दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कर जोधपुर लौटा दल। सीमा मोंटेसरी सैकेंडरी स्कूल के 60 विद्यार्थियों का एक दल अध्यापकों के साथ विभिन्न इलाकों का शैक्षणिक भ्रमण कर जोधपुर लौट आया। यह दल 5 नवंबर को विद्याशाला स्कूल से रवाना हुआ था।
यह दल 6 नवंबर को गोवर्धन पहुंचा। प्रथम दिन मथुरा,कृष्ण जन्मभूमि,प्रेम मंदिर के दर्शन किया और रात्रि में गोवर्धन परिक्रमा की। दान घाटी,पुंछडी का लोटा,उद्धव कुंड,मुखार विंद,राधाकुंड इत्यादि मंदिरों के दर्शन भी किए। 7 नवंबर को विद्यार्थियों नेआगरा के ताज महल का अवलोकन किया।
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ऐतिहासिक व विश्व के सात आश्चर्य में से एक ताजमहल को विद्यार्थियों ने नजदीक से निहारा। था गाइड ने विस्तृत जानकारी दी। बाद यमुना नदी के घाट में यमुना की सेवा के दर्शन किए। 8 नवंबर को वृंदावन, रमणरेती,बरसाना व नन्दगाँव के दर्शन करने के पश्चात विद्यार्थियों को नाव से जमुनाजी का भ्रमण करवाया गया। यमुना नदी के भ्रमण से विद्यार्थी रोमांचित हो गए।
9 नवंबर को राजस्थान के कामा साइड में चारों तीर्थ बद्रीनाथ, केदार नाथ,गंगोत्री,यमुनोत्री के दर्शन के साथ-साथ डीग(भरतपुर) के महल का बच्चों ने गहनता से अवलोकन किया। विद्यार्थियों ने महल की ऐतिहासिक,सामाजिक,सांस्कृतिक विरासत की जानकारी प्राप्त की। वहां प्रसिद्ध बालाजी मंदिर के दर्शन किए।
9 नवंबर की रात बस से रवाना होकर किशनगढ़,पुष्कर होते हुए मेड़ता में चारभुजा मंदिर व मीरा मंदिर देखा। कृष्ण भक्ति में लीन मीरा के इतिहास के बारे में इतिहासकार गोविंद राज पुरोहित ने जानकारी प्रदान की। उसके बाद रात को यह दल जोधपुर लौट आया।