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जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की गतिविधियां तेज,कार्यादेश जारी

जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की गतिविधियां तेज,कार्यादेश जारी

  • बेंगलुरु की कंस्ट्रक्शन कंपनी करेगी पुनर्विकास कार्य
  • पहले चरण के लिए स्टेशन कार्यालय शिफ्ट करने की कवायद प्रारंभ
  • 474 करोड़ में खुला टेंडर
  • तीन वर्षों में पूरा होगा पुनर्विकास
  • मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
  • पुनर्विकास के दौरान यात्री सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान
  • एसआईजी ग्रुप की हुई बैठक

जोधपुर,उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित करने की गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसके तहत जहां एक ओर बेंगलुरु की कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका टेंडर आवंटित कर दिया गया है वहीं दूसरी ओर स्टेशन की मौजूदा बिल्डिंग में चल रहे कार्यालयों को अन्यत्र शिफ्ट करने की कवायद भी तेज हो गई है।
मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के अनुरूप देश के विभिन्न स्टेशनों का पुनर्विकास करवाया जा रहा है जिसमें जोधपुर भी शामिल है। जोधपुर रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में तो शुमार है ही लेकिन साथ ही रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के गृह नगर में भी आता है।

उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाओं की उपलब्धता के लिए सदैव विभिन्न प्रयास किए गए लेकिन अब लगभग पांच सौ करोड़ रुपए की लागत से इसकी काया पलट जाएगी और आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट सरीखी पांच सितारा सुविधाएं उपलब्ध होगी।
उन्होंने बताया कि जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास पूर्व निर्धारित योजना और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के दिशा-निर्देशानुसार होगा तथा रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने इस दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए गुरुवार को इसका टेंडर भी आवंटित कर दिया है। जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का टेंडर बेंगलुरू की मैसर्स ओजेएससी यूरो एशियन कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन एवर स्कोन (जेवी) विशाल इनफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को दिया गया है जो तीन वर्षों में इस कार्य को पूरा करेगी।

पांडेय ने बताया कि इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) मोड पर जोधपुर रेलवे स्टेशन के लिए प्रारंभिक बजट चार सौ चौहत्तर करोड़ बावन लाख रुपए निर्धारित है तथा चार से पांच चरणों में पूर्ण व्यवस्थित तरीके से पुनर्विकास का कार्य होगा। टेंडर प्रक्रिया की औपचारिकताएं पूर्ण होते ही स्टेशन की तस्वीर बदलने का काम प्रारंभ हो जाएगा।

स्टेशन कार्यालय होंगे स्थानांतरित

हालांकि रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य चार से पांच चरणों में पूरा होगा लेकिन इसके तहत मुख्य प्लेटफार्म पर चल रहे विभिन्न कार्यालयों और टिकट बुकिंग विंडो को अस्थाई तौर पर अन्य जगहों पर स्थानांतरित किया जाएगा। इस संबंध में शुक्रवार को मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय के निर्देश पर रेलवे स्टेशन पर स्टेशन इंप्रूवमेंट ग्रुप (एस आईजी) की बैठक आयोजित की गई जिसमें जानकारी दी गई कि स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम को देखते हुए इसके पहले चरण के लिए आरपीएफ, बुकिंग विंडो,पूछताछ,उद्घोषणा कक्ष, क्लार्क रूम,अपर क्लास वेटिंग रूम, स्लीपर वेटिंग रूम,भूतल पर यात्री प्रतीक्षालय इत्यादि को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर ही कम प्रयोग में आने वाले कार्यालयों जिनको पुनर्विकास के दूसरे चरण में हटाया जाएगा, में उन्हें स्थानांतरित किया जाएगा। जिसके तहत बुकिंग विंडो,करंट रिजर्वेशन काउंटर,पूछताछ इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यालय वीआईपी गेट के पास स्थित कार्यालयों में व्यवस्थित तरीके से शिफ्ट करने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता स्टेशन डायरेक्टर ललित शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि रेल भूमि विकास प्राधिकरण की ओर से प्राप्त निर्देशों की अनुपालना में प्रमुख स्टेशनरी कार्यालयों को जल्द शिफ्ट किया जाएगा तथा इसकी विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई है।

ग्रुप के सदस्यों ने शुक्रवार को विभिन्न कार्यालयों का अवलोकन कर वहां की जाने वाली शिफ्टिंग के बारे में स्टेशन पर तैनात विभिन्न कार्यालयों के अधीक्षकों से बात कर पुनर्विकास गतिविधियों की जानकारी दी और ऑफिस शिफ्टिंग संबधी सुझाव प्राप्त किए।

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