नगर निगम पर राजस्थान प्रदूषण बोर्ड ने लगाया ढाई करोड़ का जुर्माना

सीवरेज पानी का ट्रीटमेंट नहीं किया गया

जोधपुर, राजस्थाना प्रदूषण बोर्ड ने जोधपुर नगर निगम द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का पानी सही यूज नहीं लिए जाने पर ढाई करोड़ का जुर्माना लगाया है। पानी को जोजरी नदी में बहाया जा रहा है। जो प्रदूषण के लिहाज से आमजन के स्वास्थ्य के साथ साफ तौर पर खिलवाड़ है।
राजस्थान प्रदूषण बोर्ड ने नगर निगम को आगाह कर जल्द से जल्द बासनी बेंदा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को शुरु करने के आदेश दिए थे लेकिन नगर निगम ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसे में एनजीटी के आदेश पर प्रदुषण बोर्ड ने ढाई करोड़ का जुर्माना लगा दिया। 1 अगस्त 2020 से अब तक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बना। ऐसे में एनजीटी ने एक्शन लिया है।

निगम नजर आया बेपरवाह

प्रदूषण व पर्यावरण को लेकर जोधपुर नगर निगम बेपरवाह नजर आया है। नगर निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लंबे समय से बंद है लेकिन निगम को इसकी परवाह नहीं। निगम के ढिलाई के चलते एनजीटी नोटिस थमा चुकी थी लेकिन निगम फिर भी लापरवाह बना रहा अब इस लापरवाही का खामियाजा ढाई करोड़ की पेनल्टी चुका कर करना होगा।

एनजीटी आदेश के बाद भी नहीं दिया ध्यान

गौतलब है कि नगर निगम खुद पर्यावरण को दूषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता नजर आ रहा है। निगम के बासनी बेंदा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को शुरु करने के एनजीटी के आदेश के बावजूद लापरवाही बरती गई।

एनजीटी ने लगाया प्रति माह दस लाख का जुर्माना

नगर निगम पर प्रति माह दस लाख का जुर्माना एनजीटी ने लगाया है। निगम नोटिस आने के बाद भी सक्रिय नहीं हुआ तो अक्टूबर तक का जुर्माना जुड़ कर 2 करोड़ 40 लाख रुपए हो गया। दिसम्बर तक बढ कर 2 करोड़ 60 लाख तक हो जाएगा।

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