राजस्थान में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में रेलवे फिर अव्वल
- नागौर रेलवे स्टेशन को ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2022
- एक लाख यूनिट बिजली बचाने में रहा सफल
- 14 दिसंबर को जयपुर में मिलेगा पुरस्कार
जोधपुर,राजस्थान में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में रेलवे ने एक बार फिर बाजी मार ली है। इस बार सिरमौर बना उत्तर – पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल का नागौर रेलवे स्टेशन,जिसने बिल्डिंग रेलवे स्टेशन श्रेणी में ऊर्जा संरक्षण का प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर 14 दिसंबर को जयपुर में राज्य सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
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जोधपुर डीआरएम गीतिका पांडेय ने बताया कि ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में जोधपुर मंडल ने सदैव सकारात्मक प्रयास किए हैं जिसके कारण उसके प्रयासों को सराहा जाता है और इसी के परिणाम स्वरूप इस बार मंडल के नागौर रेलवे स्टेशन बिल्डिंग को राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार- 2022 के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-2022 के दौरान नागौर रेलवे स्टेशन पर ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न प्रयासों द्वारा 1.02 लाख यूनिट बिजली की बचत की गई है जिससे इस स्टेशन पर बिजली व्यय के मद में 10.20 लाख रुपए के राजस्व की उल्लेखनीय बचत हुई। पांडेय ने ऊर्जा संरक्षण का प्रथम पुरस्कार घोषित होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए रेलवे के बिजली विभाग और रेल कर्मचारियों को बधाई देते हुए राष्ट्र की उन्नति में इसी प्रकार कार्य करते रहना का आह्वान किया।
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वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर विजय सिंह चौधरी ने इस संबंध में बताया कि जोधपुर मंडल पर सामूहिक प्रयासों से वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 2.93 लाख यूनिट बिजली की बचत करने में सफलता मिली है जिसमें भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर 1.19 लाख, मकराना रेलवे स्टेशन पर 0.27 मिनट और डीआरएम ऑफिस बिल्डिंग पर 0.44 लाख यूनिट बिजली की बचत की गई जिससे रेलवे का लाखों रुपए का राजस्व की बचा।
यूं चला सफर
– विगत वर्ष के दौरान नागौर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग पर लगी पुरानी मेटल हैलाइड लाइट्स को प्रोग्रामेबल रंगीन एलइडी फसाड लाइट्स द्वारा रिप्लेस किया गया।
– यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु नागौर रेलवे स्टेशन के कोन्कोर्स हॉल में लगे विभिन्न छत पंखों एवं वॉल माउंटेड पंखों की जगह ऊर्जा दक्ष एचवीएलएस (हाई वॉल्यूम लो स्पीड) फेन लगाया गया।
– नागौर रेलवे स्टेशन पर ऊर्जा संरक्षण हेतु पुराने पम्पिंग इंस्टालेशन को सोलर पंप में बदला गया।
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ऊर्जा संरक्षण के लिए किए अत्याधुनिक उपाय
जोधपुर रेल मंडल के सभी स्टेशनों, कार्यालयों,सर्विस बिल्डिंग,अस्पताल, रेल आवासों में शत-प्रतिशत एलईडी लाइट का प्रावधान,थ्री अथवा फाइव स्टार रेटिंग के बिजली उपकरणों का उपयोग, मोबाइल द्वारा सभी पंप का केंद्रीयकृत नियंत्रण,सभी हाई मास्ट लाइट तथा कॉलोनी स्ट्रीट लाइट का एस्ट्रोनॉमिकल टाइमर द्वारा नियंत्रण आदि सराहनीय कदम उठाए गए। इसके अतिरिक्त बिजली का अनावश्यक उपयोग रोकने के लिए सभी कार्यालयों में की-टैग स्विच, ऑक्युपेंसी सेंसर आदि लगाये गए हैं। अब तक जोधपुर रेलवे मंडल के 15 स्टेशनों पर सोलर हाइब्रिड पंप तथा कुल 1820 किलोवाट क्षमता के सोलर प्लांट्स लगाये जा चुके हैं।
पिछले वर्ष भी जोधपुर रहा अव्वल
राज्य सरकार के ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के दौरान भी जोधपुर मंडल अव्वल रहा था। जोधपुर मंडल के रेलवे अस्पताल को हॉस्पिटल श्रेणी में प्रथम पुरस्कार व बाड़मेर रेलवे स्टेशन को सरकारी बिल्डिंग श्रेणी में प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया था। वरिष्ठ मंडल बिजली अभियंता विजय सिंह चौधरी इस बार का पुरस्कार प्राप्त करने जयपुर जाएंगे।
इनका कहना है
ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में भारतीय रेलवे ने हमेशा पूरी ईमानदारी,निष्ठा और लगन के साथ सकरात्मक प्रयास किए हैं और इस संबंध में आधुनिक प्रयोग करने के साथ-साथ रेलकर्मचारियों को भी प्रेरित किया जाता है।
-गीतिका पांडेय
डीआरएम,जोधपुर
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