Om Shivpuri Memorial Natya Festival: पुरुष प्रधान समाज की हकीकत से रूबरू कराया ‘पति गए री कठियावाड़’ ने
- ओम शिवपुरी राष्ट्रीय नाट्य समारोह
- चौथे दिन का मंचन
- आज भी परीक्षा देती स्त्री की स्थिति का सटीक प्रतिबिम्ब
- नाटक में हास्य रस की बारिश के पीछे छिपा संदेश हुआ मुखर
जोधपुर, Om Shivpuri Memorial Natya Festival- राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर की ओर से राष्ट्रीय स्तर की पांच दिवसीय ओम शिवपुरी स्मृति नाट्य समारोह के चौथे दिन बुधवार बरंग स्पर्श,दिल्ली के अजीत चौधरी निर्देशित तथा लेखक व्यंकटेश माडगुलकर के नाटक ‘पति गये री कठियावाड़’ का प्रभावोत्पादक मंचन रसिकों को भीतर तक प्रभावित करने के साथ ही रह-रहकर हास्य रस वृष्टि से गुदगुदाता रहा।
कथासार
पूना के सूबेदार सर्जेराव सालाना वसूली के लिए लम्बे समय के लिए काठियावाड़ जाते हैं। उनकी पत्नी जानकी समझदार,सुंदर,कर्त्तव्यनिष्ठ एवं पतिव्रता स्त्री है,जो अपने पति से प्रगाढ़ प्रेम करती है। पति के काठियावाड़ जाने की बात सुनकर वह उदास हो जाती है और पति से (उसकी गैर मौजूदगी में) अपने को व्यस्त रखने के लिए कुछ न कुछ काम करने की इच्छा जाहिर करती है। हँसी-हँसी में सर्जेराव अपनी गैर मौजूदगी में अपना वारिस व एक शीशमहल बनवाने की मांग रखते हैं, वो भी बिना अपना कोई धेला खर्च किये। हालांकि ये सब वो मजाक में बोलते हैं। लेकिन फिर भी अपने पति के वचनों को किस प्रकार अपनी दासी मोहना से मिलकर वो पूरा करती हैं और अपने पातिव्रत्य पर आँच तक नहीं आने देती है। यही कहानी है इस नाटक की।(Om Shivpuri Memorial Natya Festival)
जोरावर सिंह एवं उनके दीवान जी ने अपने किरदारों को बेहतर ढंग से निभाते हुए हास्य धाराएं बहाकर आनंद के सागर में गोते लगाने को विवश कर दिया। पति-पत्नी के विश्वास की धुरी ही है दाम्पत्य का मूलाधार, जरा सी चूक हुई नहीं कि पारिवारिक कलह ले लेता है अनचाहा आकार और यकायक रिश्ते बदल कर रच लेते हैं कटुता भरा माहौल।
नाट्य प्रस्तुति के जरिये समाज-जीवन और परिवेश में यह सशक्त संदेश संवहित किया गया कि हमारे पुरुष प्रधान समाज में परीक्षा सिर्फ औरतों को ही देनी पड़ती है,ये भी सच है। औरत गलती करे तो पतिता और पुरुष गलती करे तो,… क्षमा ?।(Om Shivpuri Memorial Natya Festival)
अतिथियों ने सराही नाट्य प्रस्तुति
इस अवसर पर अतिथियों के रूप में शहर विधायक मनीषा पंवार,महापौर कुन्ती देवड़ा,नरेश जोशी,जसवन्त सिंह कछवाहा आदि उपस्थित थे। इन सभी अतिथियों ने नाट्य प्रस्तुतियों को सराहते हुए कलाकारों के कला कौशल और अभिनय की तारीफ की।
नाटक में सूत्रधार कर्नल धीरेन्द्र गुप्ता, दीपक राणा ने साहिर,सुचिता मेहन्दू ने जानकी, नूपुर शंकर ने मोहना, अजीत चौधरी ने सर्जेराव, राजिन्दर शर्मा ने जोरावरसिंह, सौरभ पाण्डे ने दीवान जी, सत्यम गुप्ता व अनिकेत राज नौकर-एक एवं नौकर-दो की भूमिकाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। पार्श्व प्रकाश कार्य कुलभूषण चौहन,मेकअप राकेश,म्यूजिक ऑपरेटर का कार्य प्रजादत्त डबराल ने नाट्य प्रस्तुति को शानदार एवं मनमेाही स्वरूप दिया।
गुरुवार को ‘मैं तुम्हें फिर मिलूंगी’ नाट्य से होगा समापन
राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की ओर से जोधपुर के डॉ.एसएन मेडिकल कॉलेज सभागार में चल रहा 30 वां पांच दिवसीय ओम शिवपुरी स्मृति नाट्य समारोह गुरुवार को डॉ. राम प्रसाद दाधीच द्वारा लिखित एवं डॉ.एसपी रंगा द्वारा निर्देशित ‘मैं तुम्हें फिर मिलूंगी’ नाट्य प्रस्तुति के साथ सम्पन्न होगा। ।(Om Shivpuri Memorial Natya Festival)
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