नेपाली दंपती ने दो दुकानों के शटर तोडऩे के साथ एक घर में भी बजाई बेल

  • जहर खुरानी का मामला
  • दूसरे दिन भी नहीं लगा सुराग
  • फुटेज मिले ताले तोडऩे के

जोधपुर, शहर के सरदारपुरा डी रोड पर स्थित चौपहिया वाहन कारोबारी के परिवार को जहर खुरानी का शिकार बनाने वाले नेपाली दंपती का सुराग हाथ नहीं लगा है। मगर यानी 9 जनवरी की तकरीबन रात डेढ़ से ढाई बजे के बीच इन लोकेशन शास्त्रीनगर हलके में मिल्कमैन कॉलोनी के आस पास आई है। जहां पर उन्होंने दो दुकानों के शटर तोड़ें है। साथ ही एक डॉक्टर के मक ान में रहने वाले व्यक्ति के घर पर बेल भी बजाई। पुलिस पूर्णतया आशंका बनी है कि ये लोग वो ही है। सीसीटीवी फुटेज में नेपाली मोहन नजर

आता है। जो कि साफतौर पर प्रतीत भी हो रहा है। इस पीछे एक बड़ी गैंग से इंकार नहीं किया जा सकता है। इन नेपालियोंं जिस व्यक्ति  ने काम पर रखवाया था उसका नाम प्रकाश बताया जाता है। प्रकाश इन नेपालियों के मामा के गांव का बताया जाता है। पुलिस को आशंका है कि प्रकाश का भी इसमें कोई बड़ रोल हो सकता है और बड़ा गिरोह इसमें शामिल हो सकता है। शास्त्रीनगर थानाधिकारी पंकज कुमार माथुर ने बताया कि 9 जनवरी की अर्ध रात्रि को मोबाइल शॉप व अन्य दुकान के ताले टूटे पाए गए। सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे है। रात को एक घर में बेल भी बजाई गई थी। इधर पुलिस सूत्रों के मुताबिक शहर में नेपालियों की कोई बड़ी गैंग सक्रिय हो सकती है जोकि इस तरह की वारदातों को अंजाम देने में जुटी हो। शहरभर में तीन से चार हजार घरों में नेपाली कामकाज देख रहे है साथ ही नौकरी कर रहे है। इनका कोई बड़ा मकसद भी हो सकता है। 9 जनवरी की रात को सरदापुरा डी रोड पर रहने वाले चौपहिया वाहन कारोबारी के परिवार को जहर खुरानी का शिकार बनाया गया था। मगर नेपाली दंपती मोहन व एक महिला जिसको वह अपनी पत्नी बताता था कमला का आज दूसरे दिन भी सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस इनकी सरगर्मी से तलाश में लगी है।
शहर के लोगों का नेपालियों से उठा विश्वास
इस घटनाक्रम के बाद शहर में रहने वाले ज्यादातर लोगों अब नेपालियों से विश्वास उठता नजर आ रहा है। इतना ही नहीं अन्य बाहरी प्रदेशों से आकर घरों में नौकरी कर रहे लोगों पर भी विश्वास आसानी से शहर की जनता करेगी नहीं लग रहा है।

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