राष्ट्रीय भू-धरोहर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

जोधपुर,राष्ट्रीय भू-धरोहर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण,पश्चिमी क्षेत्र जयपुर का मेहरानगढ़ क्षेत्र स्थित दो भू-विरासत स्थल पर संवेदीकरण कार्यकर्म आयोजित किया गया। भू-विरासत के बारे में सार्वजनिक जागरूकता के उद्देश्य से स्थानीय नागरिकों,अधिकारियों और छात्रों के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य भू-विरासत स्थलों की सुरक्षा और संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम जया लाल अपर महा निदेशक एवं कार्यालय अध्यक्ष,भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई), पश्चिमी क्षेत्र,जयपुर के निर्देशानुसार क्रियान्वित किया गया।

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कार्यक्रम की शुरुआत किले के मुख्य प्रवेश द्वार (जय पोल) से भू-विरासत मार्च के साथ हुई,जहां मालाणी आग्नेय सुइट की आग्नेय चट्टानों और ऊपरी मारवाड़ महासमूह के बलुआ पत्थर के बीच का संपर्क स्थित है, जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, स्थानीय नागरिक तथा भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अधिकारी शामिल हुए। यह मार्च राव जोधा मार्ग पर संपन्न हुआ,जहां गज सिंह एवं डॉ. राम जीवन सिंह,उप महानिदेशक, क्षेत्रीय मिशन प्रमुख-IV, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण(जीएसआई), पश्चिमी क्षेत्र जयपुर द्वारा संयुक्त रूप से एक सूचना बोर्ड का अनावरण किया गया।

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इस अवसर पर उप महानिदेशक, क्षेत्रीय मिशन प्रमुख-IV, पश्चिमी क्षेत्र, जयपुर ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की गतिविधियो पर प्रकाश डाला और “मालाणी आग्नेय सुइट” के महत्व और इसके संरक्षण के बारे में बताया। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, पश्चिमी क्षेत्र,जयपुर के निदेशक डॉ. राजीव राही ने मालाणी आग्नेय सुइट की उत्पत्ति,उम्र और भूविज्ञान के संदर्भ में इसके महत्व के बारे में बताया। डॉ शिवसिंह राठौड़ पूर्व अध्यक्ष,राजस्थान लोक सेवा आयोग ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को बधाई दी और युवाओं से भू-विरासत स्थल के संरक्षण की जिम्मेदारी लेने की अपील की। गज सिंह ने अपने संबोधन में विरासत स्थल के संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने भारत के पहले जियो पार्क की घोषणा,जोधपुर में भू-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए के लिए ज़ोर दिया। उप महापौर उत्तर अब्दुल करीम जॉनी ने युवाओं से भू-विरासत के संरक्षण और स्कूल स्तर पर भू-विज्ञान की शिक्षा अनिवार्य करने की अपील की। अंत में देवेन्द्र सिंह जन सम्पर्क अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। नरपत सिंह सोलंकी, काशिफ इकबाल और विक्रम सिंह शेखावत वरिष्ठ भूवैज्ञानिक, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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