• ढोल थाली व बधावा गीतों से ग्रामीण परंपरा से हुआ स्वागत
  • निबफाउंडेशन व ग्रीड द्वारा स्थापित आररो प्लांट का किया अवलोकन

जोधपुर, नाबार्ड के अध्यक्ष डॉ जी आर चिंतला ने बुधवार को जोधपुर जिले के लूणी पंचायत समिति के खाराबेरा भीमावतान गांव का दौरा किया व गांव में नेब फाउंडेशन व ग्रीड द्वारा स्थापित आररो प्लांट का अवलोकन किया। नाबार्ड अध्यक्ष ने इस अवसर पर अपने उदबोधन में कहा कि हर गांव में गुणवत्ता का पीने का पानी होना जरूरी है। स्वच्छ पानी से व्यक्ति स्वस्थ रहता है। डायरिया दस्त आदि बीमारियां नहीं होती है, महिलाओं को दिक्कत नहीं होती है। उन्होंने गांव की पेयजल प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए कहा कि गांव के लोग मिलकर उसे अच्छी तरह चलाएं । लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदा होगा। उन्होंने कहा कि आगे भी क्या कर सकते हैं इस पर भी विचार करेंगे ।

उन्होंने नेब फाउंडेशन को इस कार्य के लिए बधाई दी। नाबार्ड के अध्यक्ष डॉ. जीआर चिंतला ने परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए गांव का दौरा किया और महिलाओं, ग्राम समिति और समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी के प्रयासों की सराहना की। परियोजना की प्रगति की सराहना करते हुए डॉ जीआर चिंतला ने कहा कि प्रोजेक्ट ‘आपणो पानी’ पेय जल समस्याओं को दूर करने के लिए एक समग्र समाधान है क्योंकि यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ उनके लिए बुनियादी ढांचा प्रदान करता है और स्थाई आधार पर गतिशील ग्रामीण आजीविका का विकल्प भी सुनिश्चित करता है, यह नवोन्मेशी परियोजना पूरे राजस्थान राज्य के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है और इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के मानव विकास सूचकांक में सुधार की दिशा में समर्पित रूप से काम करने के नाबार्ड के अधिदेश को आगे बढ़ाया जाएगा।

जोधपुर जिले के लूनी ब्लॉक का खाराबेरा भीमावतान गांव राजस्थान के सबसे संकटग्रस्त गांवों में से एक है,जहां पीने के साफ पानी की भारी कमी की समस्या को दूर करने के लिए ग्रिड के साथ मिलकर नैबफाउंडेशन ने एक अनूठी अभिनव परियोजना विकसित की है जो देश में अपनी तरह की पहली परियोजना है, इस परियोजना के माध्यम से इस क्षेत्र में पेयजल और ऊर्जा संकट को दूर करने के लिए प्रौद्योगिकी और सामुदायिक जुड़ाव की शक्ति का लाभ उठाया जा रहा है।

इस परियोजना के तहत इस क्षेत्र में केंद्रीय सौर ऊर्जा आधारित आरओ,यूवी फिल्ट्रेशन संयंत्र स्थापित किया गया है। जिसकी प्रतिदिन क्षमता लगभग 12000-15000 लीटर पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने की है फिलहाल यह परियोजना सीधे तौर पर डायरियाए टाइफाइड आदि जैसे जल जनित रोगों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दीर्घकालिक आधार पर इस परियोजना के अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन, लंबी जीवन प्रत्याशा और उनके जीवन की गुणवत्ता बेहतर करने के लक्ष्य को केंद्र में रखा गया है। इस परियोजना को नैबफाउंडेशन और नैबसमृद्धि द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है और इसमें जमीनी स्तर पर नागरिक सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी भी है।

नाबार्ड अध्यक्ष का गांव में पहुंचने पर परम्परागत ढोल थाली से स्वागत किया गया व बालिका ने तिलक किया। समारोह में भवानी सिंह, दिलीप सिंह, सज्जनसिंह, ईश्वरसिंह, भेराराम पालीवाल, बाबूदास, अमृतलाल सेन व अर्जुन सिंह ने साफा माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में नाबार्ड के सीजीएम जयदीप श्रीवास्तव, डीजीएम नरेश कुमार रामनानी दिलीप सिंह रोहितला उपस्थित थे।

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