देवनारायण मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से मुक्त करवाने को सभा आयोजित

देवनारायण मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से मुक्त करवाने को सभा आयोजित

  • गुर्जर समाज ने भरी हुंकार
  • मंदिर को मुक्त कराने की सरकार से अपील

जयपुर, आमेर तहसील स्थित चौमोरिया देव धाम पर देवधाम के महंत रेवड़ राम गुर्जर की अध्यक्षता में एक अहम सभा का आयोजन किया गया। यह सभा भगवान देवनारायण के चोमरिया स्थित मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से मुक्त करवाने हेतु सभा का आयोजन किया गया। इंटरनेशनल गुर्जर महासभा (आईजी एम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद गुर्जर के साथ लायंस क्लब जयपुर के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेंद्र हरसाना पत्रकार डायरेक्टर न्यूज़ 19 चैनल रती राम, आईजीएम जिला महामंत्री दोसा करतार सिंह एवं समाज सेवी राजेंद्र धाबाई ने हिस्सा लिया।

सभा में मौजूद गणमान्य व्यक्तियों ने चोमोरिया देव धाम के देवीय रूप, इतिहास तथ्यों एवं चमत्कारीय रूप पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार रखकर दुःख प्रकट किया कि किस प्रकार 1970 के दशक में प्रदेश की सरकार द्वारा वन विभाग की आड़ में चमोरिया देव धाम को सरकारी वन विभाग की जमीन घोषित कर दिया। 50 वर्षों तक इस विषय पर समय-समय पर सरकार एवं राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सकारात्मक निर्णय के अभाव में गुर्जर समुदाय ने आज जन जागरण करते हुए भगवान देवनारायण के मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से मुक्त करवाने के फैसले पर सहमति जताई।

देवनारायण मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से मुक्त करवाने को सभा आयोजित
मंदिर महंत रेवड़ राम गुर्जर ने बताया कि ऐतिहासिक तौर पर इस मंदिर की नींव 1455 में रखी गई एवं करीब 700 वर्ष पुराना ऐतिहासिक धरोहर के रूप में जयपुर एवं प्रदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। 1970 के दशक में एक तरफा सरकारी आदेश करते हुए इस आस्था के केंद्र को वन विभाग ने अतिक्रमण करते हुए सरकारी आदेशों का हवाला देते हुए गुर्जर समुदाय को आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों से बेदखल ही नहीं किया बल्कि उनके आराध्य भगवान देवनारायण के इस ऐतिहासिक मंदिर को भी अपनी चारदीवारी में लेते हुए श्रद्धालुओं की भावना की अनदेखी करते रहे।

कर्नल देव आनंद गुर्जर ने समाज के प्रबुद्ध जनों के विचार सुनने के बाद यह बताया कि राज्य एवं भारत सरकार वन विभाग एवं वन बचाने के नाम पर जिस प्रकार से वनों को बचाने वाले गुर्जर समुदाय के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए भोले भाले वन वासियों को उनके चरागाह से बेदखल करने का दुष्कर्म किया है। इन वनों में रहने वाले लोगों ने समय-समय पर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की हर कोशिश विफल होने व अनदेखी का ही परिणाम है कि आज समाज को अपने इष्ट देव भगवान देवनारायण के मंदिर को अतिक्रमण से मुक्त करवाने के लिए जन जागरण की मदद लेनी पड़ रही है। कर्नल गुर्जर ने सरकार में पूरा भरोसा जताया कि खोले के हनुमानजी के मंदिर, चूलगिरी जैन मंदिर आगरा रोड की तर्ज पर वह गुर्जर समुदाय से जुड़े हुए भगवान देवनारायण के मंदिर एवं अजमेर स्थित नाग पहाड़ के विषय में यथा स्थिति कायम करते हुए सरकारी अतिक्रमण हटाने में समाज की भावनाओं का सम्मान करेगी।

लायंस क्लब जयपुर शहर अध्यक्ष एडवोकेट सुरेंद्र हरसाना ने गुर्जर विशेष से भेदभाव पर दुःख जताते हुए सरकार से आग्रह किया कि चुनरिया स्थित भगवान देवनारायण के मंदिर को वन विभाग के अतिक्रमण से जल्दी से जल्दी मुक्त कराने के आदेश जारी करें। मंदिर के महंत रेवड़ राम गुर्जर एवं इलाके के पार्षद हनुमान बढ़ाना समेत मौजूद समाज के गणमान्य व्यक्तियों की ओर से 7 फरवरी को भगवान देवनारायण की जयंती के उपलक्ष में इस विषय के बारे में जनमानस से चर्चा करते हुए देशवासियों का समर्थन लेने के फैसले के साथ-साथ सरकार से भी आग्रह करने का फैसला किया गया और उम्मीद जताई कि देव भक्तों की आस्था का ख्याल रखते हुए सरकार जल्दी से जल्दी सकारात्मक कदम उठाएगी। चंदा लाल भडाणा, पूर्व चेयरमैन सरवन,पार्षद हनुमान बढ़ाना, इंद्राज गुर्जर, करण सिंह गुर्जर सभा में मौजूद थे।

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