बाजार रहे बंद,आम पब्लिक अपने अपने घरों में कैद
- दूसरा वीकेंड कर्फ्यू
- ऑटो का चालान बनाने पर पावटा में विरोध प्रदर्शन
जोधपुर, शहर मेें कोरोना की तीसरी लहर के दूसरे वीकेंड कर्फ्यू में लोग घरों में ही रहे। हालांकि सड़क़ों पर वाहन थे लेकिन उनकी मात्रा काफी कम नजर आई। सभी बाजार बंद ही रहे। ज़रुरी सामान की दुकानें खुली थी, वहां भी एक-दो लोग ही नजर आए। नाकों पर एक-दो पुलिसकर्मी ही दिखे। हालांकि शाम होते-होते नाकों पर पुलिस व्यवस्था करती दिखी। वीकेंड कर्फ्यू के दूसरे दिन दोपहर दो बजे के बाद जब शहर के मुख्य चौराहों व मार्गों का जायजा लिया तो मार्केट बंद नजर आए। सडक़ों पर वाहन थे, लेकिन उनसे रोक कर जानकारी लेने वाले नदारद ही थे। पावटा से जालोरी गेट तक एक भी नाके पर पुलिस नजर नहीं आई। सोजती गेट पर एक दो पुलिस कर्मी थे और वह साइड में बैठे नजर आए।
लोगों ने खुद किया लॉकडाउन का पालन
जोधपुर के लोगों ने खुद ही लॉक डाउन का पालन किया। मौसम में ठंडक बढने से लोग घरों में ही रहे। दूसरी ओर वीकेंड कर्फ्यू के कारण भी बेवजह लोग घरों से बाहर नहीं निकले। इधर राज्य भर में सबसे अधिक मौतों का आंकड़ा जोधपुर में होने के कारण लोगों में डर का माहौल है। जोधपुर में 6 हजार से अधिक एक्टिव केस होने से लोग कोरोना गाइडलाइन की पालना करते नजर आए।
कई स्थानों पर ट्राफिक दौड़ता आया नजर
कई स्थानों पर ट्राफिक दौड़ता नजर आया, मगर बाद में वह भी सूने नजर आने लगे। दोपहर के बाद जब पावटा चौराहे का जायज़ा लिया गया वहां बैरिकेड्स नहीं लगे थे। हालांकि पावटा बस स्टैंड से बाहर से आने वाले यात्री निकलते दिखे। बस स्टैंड के बाहर खड़े ऑटो चालक सवारियों को लेकर गंतव्य पर छोड़ऩे के लिए रवाना होते दिखे। इस इलाके में सुबह पुलिस की ज्यादा सख्ती थी। यहां ऑटो चालकों के चालान काटने पर ऑटो चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में समझने के बाद फिर से वे काम पर लौट गए।
ज्यादातर बाजार रहे बंद
शहर के पावटा से सोजती गेट चौराहे पर इक्का-दुक्का वाहन नजर आए। हालांकि यहां ट्रैफिक लाइट के दौरान काफी संख्या में वाहन इकट्ठे होते और ग्रीन लाइट होने पर चौराहा खाली हो जाता। आम दिनों में इस क्षेत्र में जहां पांव रखने की जगह नहीं होती वहां चौराहे खाली रहे। नई सड़क़, घंटाघर व त्रिपोलिया मार्केट बंद रहा।
कई नाकों पर दिखी पुलिस तो कई स्थानों पर थी नदारद
शहर के बाजारों का भ्रमण करने पर पता लगा कि कई नाकों पर तो पुलिस की तैनाती देखी गई। मगर कुछ नाकों पर पुलिस नदारद देखी गई। सोजती गेट से जालोरी गेट मुख्य सड़क़ पर निर्माण का काम चल रहा है। यहां एक साइड की सड़क़ बंद थी। स्टेशन रोड पर भी सड़क़ खाली थी। जोधपुर के बाहर से आने वाले यात्रियों की आवाजाही चालू थी। जालोरी गेट चौराहे पर नाके पर भी दिन में पुलिस नजर नहीं आई। जालोरी गेट से पावटा की तरफ वापस लौटने के दौरान पुलिसकर्मी बैरिकेड्स लगाने की तैयारी करते दिखे।
बासनी में नहीं दिखी पुलिस
शहर के बासनी स्थित दाउ की होटल के पास में पुलिस नहीं देखी गई। जबकि अमृतादेवी पार्क और कृषिमंडी के आस पास पुलिस नजर आई। रात को वाहनों के चालान काटते पुलिसकर्मी देखे गए।
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