कोटा ओपन के विद्यार्थी परेशान,तीन साल में भी पूरी नहीं हुई स्नातक

जोधपुर, कोटा खुला विश्वविद्यालय के बैचलर स्टूडेंट्स की ग्रेजुएशन तीन साल में भी पूरी नहीं हो रही। इस बार सत्र में देरी लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य बिगाड़ रही है। इधर स्टूडेंट्स पीटीईटी, एसआई आदि परीक्षाओं में तो निकल गए लेकिन ग्रेजुएशन में अटक गए। कोटा ओपन युनिवर्सिटी हर वर्ष सितम्बर-अक्टूबर तक रिजल्ट डिक्लेयर कर देती है लेकिन इस बार तो स्टूडेंट्स के प्रेक्टिकल भी बाकी हैं।

स्टूडेंट्स ने ओपन युनिवर्सिटी के एकेडमिक शेड्यूल के चलते प्रतियोगिता परीक्षा दे दी उनका कहना है कि इंटरव्यू तक रिजल्ट आ जाएगा लेकिन स्टूडेंट्स बीएड करने के लिए पीटीईटी पास कर चुके हैं, काउंसलिंग में रिजल्ट के चलते अटक गए हैं। ऐसे में वे बीएड नहीं कर पाएंगे। इधर एस आई व आरएएस एग्जाम में भी कई स्टूडेंट निकल चुके हैं लेकिन ग्रेजुएशन पूरी नहीं होने पर कॉम्पिटिशन क्लियर कर के भी पीछे रह रहे हैं। बीए, बीएससी, एमए एमएसी सभी का रिजल्ट अटका हुआ है।

प्रायोगिक परीक्षा के गुहार लगाई

कोटा ओपन युनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स प्रायोगिक परीक्षा जल्द करवाने की गुहार लगा रहे हैं। बैचलर व मास्टर्स में देरी का प्रभाव उनके भविष्य पर पड़ रहा है। जोधपुर के स्टूडेंट्स ने युनिवर्सिटी के रीजनल सेंटर पर ज्ञापन दिया। डायरेक्टर से भी बात की इस पर डायरेक्टर का कहना है कि प्रेक्टिकल के लिए कैंपस नहीं मिल रहा।

अब तक हो जाना चाहिए था प्रेक्टिकल कार्य

हर वर्ष जून-जुलाई में प्रेक्टिकल हो जाता है। उस समय छुट्टियों के चलते कैंपस मिल जाता है। अभी कोई कैंपस उपलब्ध नहीं हो रहा ऐसे में प्रेक्टिकल अटका हुआ है।

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