धारा 144 की नहीं हो पाई पालना
जोधपुर, शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच इंटर्न चिकित्सकों का अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार सुबह उन्होंने अपनी मांगों को लेकर मेडिकल कॉलेज चौराहा से एक रैली निकाली और विरोध स्वरूप राज्य सरकार एवं चिकित्सा मंंत्री का पुतला फूंका। इस दौरान इंटर्न चिकित्सकों ने कोरोना गाइड लाइन की पालना को भी नहीं देखा और धारा 144 का उल्लंघन तक कर डाला।
चिकित्सक लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। डा.एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स व इंटर्न डॉक्टर का लगातार पांचवे दिन शुक्रवार को कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर उतरे। इंटर्नस डॉक्टर मथुरादास माथुर अस्पताल गेट के आगे एकत्र हुए और राज्य सरकार व चिकित्सा मंत्री का पुतला जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
मांगों पर बनी थी मौखिक सहमति
रेजिडेंट डाक्टर्स ने कोविड की विषम परिस्थितियों के बीच कोविड मरीजों की सेवार्थ अपनी कोविड सेवाओं के कार्य बहिष्कार का निर्णय विलम्बित किया हुआ था, परंतु सरकार के सकारात्मक रवैया नहीं होने के कारण, एवं जिन मांगो पर मौखिक सहमति हो गयी थी, उन सहमतियों से भी पीछे हटने के कारण, 20 मई को राज्य स्तरीय रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की मीटिंग में निर्णय लिया गया।
इस मिटिंग में 21 मई से अग्रिम निर्णय तक सभी रेजीडेंट चिकित्सकों का 2 घंटे प्रात: 8 से 10 बजे तक कोविड, नॉन कोविड, इमरजेंसी, आईसीयू समेत सभी सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होने मरीजों को होने वाली परेशानियों के लिए राज्य प्रशासन को जिम्मेदार माना। रेजिडेंट डाक्टर्स ने सरकार के जिम्मेदारों पर आरोप लगाया कि 20 मई तक जो सरकार मांगों पर सहमति दे रही थी, उन मांगो पर जिम्मेदार अधिकारियों ने यू टर्न ले लिया।
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