दस दिन में एक बार कमरे पर आते और नोट छाप कर चले जाते

  • नकली नोट प्रकरण
  • दोनों अभियुक्त पुलिस रिमांड पर
  • एक महिना ही हुआ रूम किराए लिए हुए
  • राजस्थान पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
  • आईबी भी पकड़ चुकी है नकली नोट
  • 30 प्रतिशत कमीशन पर चल रहा था काम
  • पकड़े गए अभियुक्त पुलिस अभिरक्षा में
  • जांच सरदारपुरा पुलिस के पास

जोधपुर(डीडीन्यूज),दस दिन में एक बार कमरे पर आते और नोट छाप कर चले जाते। शहर के मंडोर कृषि उपज मंडी में मंगलवार की देर रात नकली नोट मिलने के बाद पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया,जहां से उन्हें पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।

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मामले में अब नोडल थाना सरदारपुरा पुलिस की तरफ से जांच की जा रही है। राजस्थान पुलिस की नकली नोट पकड़े जाने की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले राजस्थान पुलिस ने पाली में नकली नोट पकड़े थे। आईबी ने भी राजस्थान में नकली नोट पकड़े थे। डीएसटी पूर्व प्रभारी श्याम सिंह के अनुसार अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। जांच सरदारपुरा पुलिस की तरफ से की जा रही है। अभियुक्तों को सरदारपुरा पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

अब तक की जांच में सामने आया कि पकड़े गए आरोपियों ने महिना भर पहले ही मंडोर कृषि उपज मंडी में रूम किराया लिया था। सप्ताह दस दिन में एक बार रूम पर आते थे और पचास हजार से लेकर पांच लाख तक के नोट छापकर चले जाते थे। इससे पहले कहां कहां पर रहे इसकी पड़ताल चल रही है। अब तक कितने लोगों को नकली नोट सप्लाई किए गए है। इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

20-30 प्रतिशत कमीशन पर उपलब्ध नकली नोट 
डीएसटी पूर्व श्याम सिंह के अनुसार अब तक की जांच में यह भी पता लगा कि आरोपी 30 प्रतिशत में यह काम करते थे। 30 हजार के असली नोट लेकर एक लाख रुपए देते थे। ज्यादा जरूरतमंद को 20 प्रतिशत पर भी नोट उपलब्ध करवा देते थे। इनका गोरखधंधा कितने दिनों से चल रहा था,इसका पता लगाया जा रहा है।

सरदारपुरा पुलिस कर रही जांच 
नकली नोट से संबंधित प्रकरणों की जांच नोडल थाना सरदारपुरा है। इसके लिए अब सरदारपुरा पुलिस को इसकी जांच दी गई है। एसआई शिवलाल मीणा तफ्तीश कर रहे है।

यह है मामला 
डीएसटी पूर्व के प्रभारी श्यामसिंह ने बताया कि पुलिस को तलाशी में रात को यहां करीब साढ़े सात लाख रुपए के नकली नोट व अन्य सामग्री मिली थी। इस पर पुलिस ने नकली नोट और इन्हें छापने में प्रयुक्त उपकरण जब्त किए हैं। पुलिस ने मौका स्थल से मूलत: नागौर जिला हाल बालसमंद तिराहा मगजी की घाटी निवासी श्रवण व्यास पुत्र राजेंद्र व्यास एवं नागौर हाल माता का थान निवासी बाबूलाल प्रजापत पुत्र हनुमानराम प्रजापत को पकड़ा गया। काफी दिनों से डीएसटी को मंडोर मंडी में नकली नोट छापने की सूचना मिल रही थी। उसके बाद सूचना पुख्ता करने के लिए पुलिस की तरफ से निगरानी रखी गई।

मंगलवार को भी पुलिस ने पूरी निगरानी रखी और शाम को वहां रेड दी गई। मौका स्थल से पुलिस को पांच पांच सौ की पंद्रह गड्डियां मिली है। जिसे पुलिस ने जब्त कर सील चस्पा किया है। नकली नोट छापने को लेकर अब अभियुक्तों से गहन पूछताछ की जा रही है।