राम मन्दिर निर्माण के लिए भाजपा की बैठक में सवा दो करोड़ की निधि समर्पित

  • हमारा उद्धेश्य भवन निर्माण करना नहीं है बल्कि भावनाओं का निर्माण करना है – प्रांत प्रचारक योगेन्द्र
  • राममंदिर निर्माण में हर भारतीय का हो योगदान – शेखावत
  • सालेचा परिवार ने 31 लाख किए समर्पित
  • अल्पसंख्यक समुदाय ने 25 लाख का दिया  सहयोग

जोधपुर, रातानाडा स्थित माहेश्वरी भवन में भाजपा जिला संगठन की ओर से प्रभु श्रीराम मन्दिर निर्माण समपर्ण निधि के संग्रहण को लेकर एक वृहत बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मंच पर विशेष तौर प्रांत प्रचारक योगेन्द्र, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रसन्नचंद मेहता, जोधपुर शहर जिलाध्यक्ष देवेन्द्र जोशी, नगर निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ, नगर निगम दक्षिण उप महापौर किशन लढ्ढा, कार्यक्रम संयोजक एवं जिला महामंत्री देवेन्द्र सालेचा, जिला महामंत्री महेन्द्र मेघवाल, डा. करणीसिंह खींची मौजूद थे। भाजपा संभाग मीडिया प्रभारी जगदीश धाणदिया ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र जोशी ने कार्यक्रम की रूप-रेखा प्रस्तुत करते हुए मंचासीन अतिथियों को श्रीफल व दुपट्टा देकर सम्मान किया। इसके पश्चात् कार्यक्रम संयोजक एवं जिला महामंत्री देवेन्द्र सालेचा ने प्रभु श्रीराम मन्दिर निर्माण में समपर्ण करने वाले महानुभावों को मंच पर आमंत्रित करते हुए उनका श्रीफल एवं दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान अल्पसंख्यक वर्ग के समुदाय ने भी 25 लाख रूपए का सहयोग करते हुए अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। गुलाबचंद सालेचा परिवार ट्रस्ट ने 31 लाख समर्पित किए। बैठक में कुल सवा दो करोड़ की राशि समर्पित की गई। इस अवसर पर स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण में हर भारतीय का योगदान हो। कोई भी इस पुनीत कार्य में पीछे नहीं रहे, क्योंकि यह अवसर जीवन में पहली और आखिरी बार आएगा।

श्रीराम मंदिर निर्माण समर्पण निधि के राष्ट्रव्यापी महाअभियान के अंतर्गत कहा कि सनातन संस्कृति के आधार बिंदु प्रभु श्रीराम का मंदिर जन्म स्थान पर बने, इस आकांक्षा के साथ लाखों-लाख लोगों ने बलिदान दिया। उन्होंने अपनी जवानी और जीवन, दोनों समर्पित किए। ये विषय साधारण मानवीय के मन-मस्तिष्क में बना रहे और जिंदा रहे, इस दृष्टिकोण से अनेक लोगों ने परिश्रम किया। उसी का परिणाम है, जो आज यह शुभ घड़ी और शुभ दिन आया है। हम सब सौभाग्यशाली हैं, जिस लक्ष्य को लेकर इतने वर्षों तक संघर्ष हुआ, उसकी पूर्णाहुति करने का हम सबको अवसर मिला है। इससे बड़ा सौभाग्य का विषय हम सबके लिए कोई हो नहीं सकता है। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमारी इतनी पीढ़ियों में जिस विषय को लेकर बलिदान किया, उन भगवान श्रीराम की ध्वजा के दर्शन का सौभाग्य हम सबको जीवन में मिलेगा। मेरे पिताजी ने भी परिवार की तरफ से सहयोग दिया है। मुस्कराते हुए उन्होंने बताया कि जब पिताजी ने पूछा कि सहयोग राशि में नाम किसका भरना है तो मैंने कह दिया कि मुझे ध्यान नहीं है, आप स्थान खाली छोड़ दो, तब पिताजी ने कहा, तू तेरा नाम नहीं भर देना। शेखावत ने कहा कि आपने बहुत सारी जगह पर सहयोग दिया होगा, लेकिन वो अवसर जीवन में कई बार आ सकता है। ये जो अवसर है, यह जीवन में पहली और आखिरी बार आएगा। उन्होंने कहा कि भारत भूमि पर जन्मे किसी भी समुदाय या संप्रदाय के लोगों को स्वतः प्रेरणा से राममंदिर के लिए सहयोग करना चाहिए, ऐसा मेरा विश्वास है। प्रांत प्रचारक योगेन्द्र ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम के जन्म स्थल पर मन्दिर निर्माण को लेकर 500 वर्ष से चल रहे संघर्ष के इतिहास का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि किस तरह से भक्तों ने श्रीराम मन्दिर के लिये अपनी आहूति दी और संघर्ष करते हुए शहीद हुए। उन्होंने कहा कि रामलला का ध्यान करो, मन्दिर का निर्माण करो, श्लोगन दिया। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि मन्दिर निर्माण में अल्प संख्यक समुदाय भी बढ़चढ़कर भागीदारी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्धेश्य भवन निर्माण करना नहीं है बल्कि भावनाओं का निर्माण करना है। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक प्रमुख पंकज कुमार, सह प्रचारक प्रमुख हेमंत घोष, महानगर कार्यवाह रामचन्द्र, सीमाजन कल्याण समिति के मंत्री उतम, नरेश सुराणा, विजय राजोरिया, जनप्रतिनिधि, विधायक, पार्षद, जिला पदाधिकारी, मण्डल एवं मोर्चा पदाधिकारी,शक्ति केन्द्र संयोजक, बुथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं ने समपर्ण निधि में सहयोग किया।

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