जोधपुर, शहर के मुस्लिम समाज ने बुधवार को ईद का त्यौहार बड़े ही अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया। कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के चलते राज्य सरकार की निर्धारित गाइड लाइंस के तहत प्रदेश के दूसरे बड़े शहर जोधपुर में ईद का त्यौहार बड़े ही अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया। जालोरी गेट स्थित मुख्य ईदगाह पर चुनिंदा लोगों ने ईद की नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे को मुबारकबाद दी। यहां पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भेजा अमन,चैन व शांति का पैगाम भी पढ़ा गया।
आपसी भाईचारे, सद्भाव व सौहार्द के लिए मशहूर सूर्य नगरी में ईद उल अजहा का त्यौहार सौहार्द और शांति के साथ मनाया गया। ईदुल अजहा की मुख्य नमाज ईदगाह में चुनिंदा सदस्यों द्वारा सरकारी गाइडलाइंस की पालना के तहत मास्क लगाकर अदा की गई।बांकी लोगों ने घर पर ही ईद की नमाज अदा की।
राजस्थान के मुफ्ती शेर मोहम्मद रिजवी की निगरानी में अकीदतमंदों द्वारा नमाज अदा करने के बाद दुनिया में फैले कोरोना वायरस से हिफाजत और देश में अमन चैन के लिए दुआएं मांगी गई। इसके अलावा पांचवीं रोड स्थित छोटी ईदगाह सहित शहर की अन्य मस्जिदों में भी बकरीद की नमाज अदा की गई। नमाज अदा करने के बाद अल्लाह की राह में कुर्बानी दी गई।
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गौरतलब है कि, ईद उल अजहा यानी बकरीद इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है। इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से बकरीद का त्योहार 12वें महीने की 10 तारीख को मनाया जाता है। बकरीद का त्योहार रमजान का महीने खत्म होने के 70 दिन के बाद बकरीद का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन इस्लाम धर्म के मानने वाले नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी देते हैं।
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