demonstration-of-innovative-techniques-for-farmers-in-smart-farm-agriculture-minister

स्मार्ट फार्म में कृषकों के लिए नवीन तकनीकों का प्रदर्शन-कृषि मंत्री

दो दिवसीय संभाग स्तरीय किसान महोत्सव का शुभारंभ

जोधपुर,कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि स्मार्ट फार्म में कृषकों के लिए नवीन तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है। किसानों को खुशहाल एवं समृद्ध बनाना राज्य सरकार का प्रमुख उददेश्य है। इसी उददेश्य के साथ दूसरी बार पृथक कृषि बजट पेश कर पूरे देश में राज्य ने मिसाल कायम की है। कृषि बजट में किसानों के लिए नई योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये 12 कृषि मिशन शुरू किये गये है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री शुक्रवार को मण्डोर स्थित कृषि विश्वविधालय में आयोजित संभाग स्तरीय कृषि महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।

ये भी पढ़ें- 324 पाक विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता

कटारिया ने कहा कि राज्य स्तरीय किसान महोत्सव के आयोजन के बाद संभाग स्तर पर किसान महोत्सव आयोजित कर किसानों को कृषि की उन्नत विधियों की जानकारी दी जा रही है,जिससे कृषि उत्पादन में फायदा हो सके। कटारिया ने कहा कि प्रदेश के किसानों को परम्परागत खेती के साथ कृषि क्षेत्र में नवाचारों को भी अपनाना चाहिए। इससे कृषि उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। उन्होने कहा कि मिलेट्स उत्पादन के साथ-साथ हमारा प्रदेश दुग्ध उत्पादन में भी अव्वल स्थान पर है।

कृषि मंत्री ने किसान महोत्सव में संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार कृषक कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। कृषक कोष की राशि को बढाकर 7 हजार 500 करोड़ रुपये कर दी है। जिससे किसानों को  ज्यादा फायदा हो सकेगा। उन्होने कहा कि किसानो को 2000 यूनिट बिजली प्रतिमाह नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। जिससे कृषको की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकेगी।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews

कृषि शिक्षा में प्रोत्साहन 

कटारिया ने कहा कि राज्य में कृषि शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए  साढ़े चार वर्ष मे राज्य सरकार द्वारा 49 कृषि कॉलेज खोले गये है। कृषि शिक्षा में छात्राओ को बढावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि को बढाकर सिनियर सैकेण्डरी की छात्राओ को 15 हजार, स्नातक व स्नातकोत्तर की छात्राओं को 25 हजार और पीएचडी में अध्ययनरत छात्राओं को 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष कर दी गई है। उन्होने कहा कि किसानो की फसलों में अतिवृष्टि,ओलावृष्टि और प्राकृतिक आपदाओ से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा फसल बीमा योजना का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार पिछले चार वर्षो में 18 हजार 500 करोड़ रुपए का फसल बीमा क्लेम वितरित कर चुकी है।

कामधेनु नि:शुल्क बीमा योजना

कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि राज्य में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत प्रत्येक पशुपालक के दो पशुओं का 40-40 हजार रुपए का नि:शुल्क बीमा किया जायेगा जिनका रजिस्ट्रेशन मंहगाई राहत कैंपों में किया जा रहा है। पशुपालको की आर्थिक स्थिति मजबुत करने के लिए दुग्ध उत्पादन संबल योजना के अन्तर्गत अनुदान राशि को दो रुपए से बढाकर पांच रुपए प्रति लीटर किया गया है।

ये भी पढ़ें- जोधपुर से वन्दे भारत ट्रेन 7 जुलाई से चलेगी!

उष्ट्र संरक्षण योजना

कटारिया ने कहा कि राज्य में ऊँट के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में राज्य सरकार ने अनूठी पहल की है। जिसके अन्तर्गत ऊँट प्रजनन को प्रोत्साहित करने के लिए टोडियों के जन्म पर 5-5 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दो किश्तो में पशुपालको को दी जा रही है। इससे पूर्व कृषि मंत्री ने विधिवत रूप से गौ पूजन किया और कृषि प्रदर्शनी व स्मार्ट फार्म का अवलोकन किया। कटारिया ने कार्यक्रम में राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के अन्तर्गत कृषि कार्य करते हुए काल-ग्रसित किसानों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की राशि के चैक प्रदान किये। साथ ही राज्य कृषि प्रसंस्करण,कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019 के तहत नये उद्योग लगाने पर राज्य सरकार द्वारा पूंजीगत अनुदान राशि के चैकों का भी वितरण किया गया।

कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि राज्य को कृषि प्रसंस्कृत उत्पादों का हब बनाने के लिए कृषि प्रसंस्करण,कृषि व्यवसाय व कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019 लागू की गई है, जिसमें कृषि उत्पाद प्रसंस्करणों के लिए कृषकों एवं गैर कृषकों को क्रमश: 75 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें-http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews