कांस्टेबल टास्क के जाल में फंसा, शातिरों ने की 30 लाख की ठगी

जोधपुर,कांस्टेबल टास्क के जाल में फंसा, शातिरों ने की 30 लाख की ठगी। आमजन को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने वाली खुद पुलिस भी ठगी का शिकार होने लगी है।पुलिस आयुक्तालय पुलिस लाइन में कार्यरत रहा एक कांस्टेबल साइबर ठगी का शिकार हो गया। वह किसी टास्क के नाम पर धन दोगुना के जाल में फंस गया और 30 लाख रुपए लुटा बैठा। अब इस बारे में बासनी थाने मेें धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है।

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राजधानी जयपुर के पुलिस आयुक्तालय हिम्मपुरा तुंगा थाना क्षेत्र हाल जोधपुर पुलिस आयुक्तालय के कांस्टेबल राजेश मीणा पुत्र पूरणमल की तरफ से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी गई है। इसमें बताया कि वह वर्ष 2015 में पुलिस कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हुआ था। जुलाई 2021 में उसकी पोस्टिंग पुलिस लाइन में रही थी। तब उसके मोबाइल पर एक टेलीग्राम मैसेज का लिंक आया था। जिसे खोलने पर पता लगा कि किसी कंपनी द्वारा धन दोगुना करने के लिए टास्क दिया जाता है। इस झांसे में आकर उसने लिंक को क्लिक करने के साथ वार्तालाप जारी रखा। कुछ समय तक तो उसे टास्क के नाम पर मुनाफा मिलता रहा,मगर बाद में मुनाफे बढऩे पर शातिरों ने भेजने के नाम रुपए डालने को कहा। चूंकि वह काफी रकम लगा चुका था और उसे अपने रुपए वापिस चाहिए थे। इसके लिए वह उनके झांसे में आता गया और दिसम्बर 21 तक 30 लाख रुपए शातिरों के खातों में फोनपे,यूपीआई और पेटीएम करता रहा। आखिरकार उसकी रकम डूब गई,जो अब तक नहीं मिली। राजेश मीणा पुलिस आयुक्तालय में रहते कई थानों मेें अपनी ड्यूटी की है। अब बासनी थाने में इस बाबत धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है।

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