- घर घर औषधि योजना की विशेष समीक्षा की
- शिकार के हर मामले में सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करें
जोधपुर, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने वन अधिकारियों को कहा कि शिकार के हर मामले में शिकारियों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही कराएं ताकि शिकारियों को उनके जुर्म की सजा मिल सके। वन राज्यमंत्री ने जोधपुर में संभाग स्तरीय विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने जोधपुर संभाग में वन्य जीवों के शिकार से जुड़े मामलों की कानूनी प्रक्रिया की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
घर-घर औषधि योजना अनूठी पहल
वन राज्यमंत्री ने बैठक में ‘घर घर औषधि योजना‘ की विशेष समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना राजस्थान सरकार की एक विशेष व अनूठी पहल है। उन्होंनें योजना में वन विभाग के अधिकारियों से नर्सरी में पौधे तैयारी की स्थिति व वितरण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घर-घर औषधि योजना के तहत परिवारों के बीच चार चुनिंदा औषधीय जड़ी बुटियों के पौधे तुलसी,अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ के पौधे उपलब्ध करवाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि यह योजना केवल सरकार की ही नहीं, हर घर का अभियान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुसार प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य में सुधार करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश में पाई जाने वाली वनौषधियों एवं औषधीय पौधों का संरक्षण होगा।
वन राज्य मंत्री ने आगामी मानसून की पौधारोपण तैयारियों की भी जानकारी लेते हुए अधिकाधिक पौधारोपण के लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में लूणी विधायक महेन्द्रसिंह विश्नोई ने वन्य जीवों के शिकार की रोकथाम के लिए विशेष सजगता से कार्यवाही की बात कही। उन्होंने राज्य सरकार की घर घर औषधि योजना की सराहना की।
बैठक में मुख्य वन संरक्षक एआरवी मूर्ति, सीसीएफ हनुमानराम चौधरी, डीएफओ वन्य जीव जोधपुर महेश चौधरी, राजबिहारी मित्तल सहित संभाग के सभी जिला स्तरीय वन अधिकारी उपस्थित थे।
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