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रीढ़ की हड्डी की सर्जरी कर 11वर्षीय बच्ची को लकवाग्रस्त होने से बचाया

रीढ़ की हड्डी की सर्जरी कर 11वर्षीय बच्ची को लकवाग्रस्त होने से बचाया

  • महात्मा गांधी अस्पताल में जन्मजात काइफोस्कोलियोसिस नामक बीमारी की सर्जरी
  • चिरंजीवी योजना में स्पाइन की जटिल सर्जरी

जोधपुर, शहर के महात्मा गांधी अस्पताल के चिकित्सकों ने 11 वर्षीय एक बच्ची को रीढ़ की हड्डी का जटिल ऑपरेशन कर नया जीवनदान दिया है। अस्थि रोग विभागध्यक्ष वरिष्ठ आचार्य डॉ महेश भाटी ने बताया कि यह बीमारी जन्म पर में 1000 में से 1 बच्चे में पाई जाती है,भ्रूण अवस्था में रीढ़ की हड्डी के विकास में कुछ विकार उत्पन्न होने से,रीढ़ की हड्डी का एक हिस्सा कम विकसित होने लगता है,बाल्यावस्था में जैसे-जैसे बच्चे की लंबाई बढ़ती है,यह विकार और बढ़ने लगता हैं एवं रीढ़ की हड्डी में कूबड़ जैसा दिखने लगता है,नसों पर भी दबाव बढ़ने लगता है। व्यस्क अवस्था आते-आते बच्चे की लंबाई और बढ़ने पर नसों पर खिंचाव और बढ़ता हैं और यह नस(स्पाइनल कॉर्ड) पर ये खिंचाव एवं दबाव इन मरीजों में लकवे जैसे स्थिति उत्पन्न करता है। इसलिए इन मरीजों का समय रहते उपचार करना अत्यावश्यक है,नही तो आजीवन लकवाग्रस्त होने की संभावना रहती हैं। एक बार इस बीमारी का पता चलने पर इन बच्चों के विकास पर पूरी नज़र रखी जाती है,इन का समय-समय पर चिकित्सकीय परीक्षण किया जाता है। तेजी से होती कूबड़ मे वृद्धि परिलक्षित होने पर इन बच्चों का ऑपरेशन कर इस कूबड़ से निजात दिलाई जाती है।

स्पाइन सर्जन डॉ.महेन्द्र सिंह टाक ने बताया कि बालोतरा निवासी 11 वर्षीय बच्ची के जन्मजात कूबड़ (काइफोस्कोलियोसिस) को स्पाइनल ओस्टियोटोमी नामक ऑपरेशन करके सीधा किया गया। इस ऑपरेशन में 7 घंटे का समय लगा। ऑपरेशन में नर्व मॉनिटर तकनीक का उपयोग किया गया।ऑपरेशन के बाद मरीज पूर्णतया स्वस्थ है।

एनस्थीसिया इंचार्ज प्रोफेसर डॉ सरिता जनवेजा के नेतृत्व में डॉ., गायत्री तंवर की टीम ने इस जटिल मरीज को एनेस्थीसिया दिया Yय उन्होंने बताया कि इस तरह के मरीजों को ऑपरेशन में अत्यधिक रक्तस्राव से बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है , इस टीम में dr अंकुर dr प्रियम्वदा थे ।स्पाइन सर्जरी विषेशज्ञ Dr महेंद्र सिंह टाक की टीम ने वरिष्ठ आचार्य dr महेश भाटी एवम् सह आचार्य dr रामनिवास बिश्नोई के मार्गदर्शन में यह ऑपरेशन संपन्न किया किया , इसमें डॉ. नवेन्दु रंजन डॉ. संकल्प , ओटी इंचार्ज इकबाल कायमखानी , अर्जुन सिंह सोढा, नीतू सिंह , नदीम , ज्ञानप्रकाश , अकरम का सहयोग रहा

मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता प्रोफेसर डॉ जयराम रावतानी ने बताया महात्मा गांधी अस्पताल में स्पाइन सर्जरी की उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके विस्तार के तौर पर एक नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है,जिसका जल्द ही जनता की सेवा के लिए सुपुर्द किया जायेगा। मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य वरिष्ठ आचार्य डॉ.दिलीप कच्छवाह एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने सम्पूर्ण टीम को बधाई दी,बताया कि चिरंजीवी योजना में ये ऑपरेशन पूर्णतया निःशुल्क किया गया। आमतौर में इस ऑपरेशन में तकरीबन 5 से 7 लाख का खर्चा आता है।

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