छात्रवृत्ति पाकर छात्राओं के चेहरे खिले

जोधपुर,स्वामी विवेकानन्द स्टुडेन्ट्स वेलफेयर चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा अध्यात्मयोगी नन्दकिशोर शारदा के साधना केन्द्र मणिद्वीप शास्त्रीनगर में विभिन्न महाविद्यालयों में अध्ययनरत 52 छात्राओं को द्वितीय चरण में 2,52,000 रू की छात्रवृत्ति के चैक वितरित किये। मुख्य अतिथि डाॅ.वीके भंसाली ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी के जीवन में जिज्ञासा महत्वपूर्ण है। जिस विद्यार्थी में पढने की जिज्ञासा हो उसका भविष्य उज्जवल है। ज्ञानयोगी नंदकिशोर शारदा दार्शनिक, वैज्ञानिक व जिज्ञासु थे। अपनी जिज्ञासा से ही उन्होने आधुनिक युग में नई दिशा दी, जिससे सैकड़ों व्यक्तियों का जीवन परिवर्तन हुआ। कड़ी मेहनत करें एवं जब तक लक्ष्य पूरा नहीं हो तब प्रयास करते रहें। यदि निश्चय दृढ है तो साधन अपने आप मिल लाएगा। ज्ञान वो शक्ति है जिससे जीवन के सभी ताले खुल सकते हैं। ट्रस्ट की अध्यक्ष बसन्ती मनिहार ने बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ईश्वर ने मनुष्य को बुद्वि-विवेक दो चीजें उपहार में दिये हैं। यदि बालिकाएं शिक्षित नहीं होगी तो जीवन व्यर्थ हो जायेगा। बुद्वि का विकास नहीं होगा, उच्च शिक्षा प्राप्त कर जीवन के अंधकार को दूर करके प्रकाशमयी बने। सकारात्मक सोच व विचारधारा अपना कर भैया नंदकिशार शारदा के सपने को साकार करें। यदि जीवन में संस्कार व अध्यात्म नहीं होगा तो जीवन बेकार है। दोनो का धारण करने से पढाई में एकाग्रता आती है। सभी बालिकाएं जंगल के पेड़ की तरह हैं जो संघर्ष के साथ आगे बढ़ रही हैं। जीवन में कैसी भी परिस्थिति आए हार नहीं माननी। भैया नंदकिशोर शारदा ने शिक्षा व संस्कार की एक ऐसी ज्योति जगा दी जो देश का भविष्य निर्माण की भागीदारी कर रही है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ई. ओमप्रकाश फोफलिया ने कहा कि मणिद्वीप का ज्ञान सरल,सत्य,शाश्वत व सार्वभौमिक है। भैया नन्दकिशोर शारदा की पुस्तकें पढने से व्यक्ति का जीवन सकारात्मक व शांतिमय बन जाता है। किसी भी क्षेत्र में जाएं मणिद्वीप से प्राप्त संस्कार व ज्ञान आपके जीवन को सफल बनाएगी। करूणा, उदारता, जीवन का आत्मविश्लेषण करना मैने मणिद्वीप से सीखा है।
इस कार्यक्रम में ट्रस्ट से लाभांवित कई बालिकाएं खुशबू कच्छवाहा, कीर्ति गहलोत, रोशनी, खुशबु वैष्णव, लक्ष्मी भगतानी ने उद्बोधन में कहा कि हम पढाई जारी रखना चाहती थी लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण पढाई में बाधा आ रही थी। इस ट्रस्ट से सम्पर्क होने पर हमें शिक्षा के लिये सहयोग एवं संस्कार मिले। मणिद्वीप में व्यक्तित्व विकास की कक्षाओं में आपने हमारा आत्मविश्वास बढाया है। हम सभी अपने पैरों पर खड़ी होकर हमारी जैसी बालिकाओं की मदद करेंगी। संचालक राधा गुप्ता ने बताया कि ट्रस्ट का उद्देश्य है कि कोई भी बालिका धनाभाव के कारण शिक्षा से वंचित नहीं रहे एवं सर्वधर्म की बालिकाओं के शिक्षा में सहयोग करता है। उद्योगपति चेतन सोनी ने धन्यवाद उद्बोधन में कहा कि यह ट्रस्ट शिक्षा एवं नारी सशस्त्रीकरण के क्षेत्र में कार्य कर बालिकाओं को नई राह व नई दिशा प्रदान कर रहा है। इस कार्यक्रम में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा मधु आडवानी, शांति भंसाली, किरण भण्डारी, चाॅदकौर शारदा, मनीषा मानधना, तारा राठी, सरस्वती शारदा, कविता लोहिया एवं कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Similar Posts