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एम्स की महिला डॉक्टर से कार्डिलॉजिस्ट बनकर 18 लाख की ठगी

-शातिर ने बंबल एप के माध्यम से बिछाया जाल
-14 दिन में रकम ऐेंठी
-पीडि़त डॉक्टर ने अब कराया केस दर्ज

जोधपुर,एम्स की महिला डॉक्टर से कार्डिलॉजिस्ट बनकर 18 लाख की ठगी।जोधपुर एम्स में लगी महिला डॉक्टर से किसी शातिर ने कार्डियोलॉजिस्ट बनकर 18 लाख रुपयों की ठगी कर ली। जरूरी उपकरण खरीद और होटल बिल पे करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाता गया।

घटना 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर के बीच की है।पीडि़त महिला डॉक्टर ने इस बारे में भगत की कोठी थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दी है। मूलत: मेट्रो आसाम हाल सुभाष कॉलोनी गली नंबर 10 में रहने वाली डॉ. अनुष्का शुक्ला वैद्य पुत्री स्व. सोमौरेन्द्रो ने यह रिपोर्ट दी।

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इसमें बताया कि वह एम्स अस्पताल जोधपुर में कार्यरत है। उनकी ऑनलाइन बम्बर ऐप के जरिए आकाश जोशी जो खुद को नीदरलैंड का बताया था उससे 15 अक्टूबर को जान-पहचान हुई थी। तब उसने अपने आप को डॉक्टर व कार्डियोलॉजिस्ट बताया व अपने आप को एक ही प्रोफेशन का व्यक्ति बताया। इस पर विश्वास कर हम दोनों ने व्हाट्सएप के जरिये बातचीत करना शुरू किया था।

इससे हम दोनों के मध्य जानपहचान हो गयी तथा उस पर पूर्ण रूप से विश्वास करने लगी व हमारी बात शादी करने तक पहुंच गई थी।
22 अक्टूबर को डॉ.आकाश ने मुझे व्हाट्स एप से कॉल कर यह सूचना दी कि उसे मदद चाहिए तब पूछने पर बताया कि मेरा प्राइम ट्रस्ट सेविंग बैंक का खाता जो फ्रीज हो चुका है तथा इस वक्त मैं टर्की में हूं। जहां मैं अपने क्लिनिक के लिए मेडिकल उपकरण खरीद करने के लिए आया हुआ हूं।

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मेरे द्वारा सम्पूर्ण मेडिकल उपकरण का बिल का भुगतान कर दिया गया है मगर मेडिकल उपकरण के शिपिंग चार्जेज एवं होटल चार्जेज के लिए मेरे पास अब पर्याप्त रुपये नहीं होने से क्या तुम मुझे उक्त बकाया भुगतान के लिए रुपये भेज सकती हो? यह आश्वासन दिया कि आपको यह रुपये जल्द से जल्द वापस लौटा दूंगा। तब मैंने डॉ.आकाश के द्वारा मुझे बार-बार कॉल करके मदद मांगी व मुझे वापस लौटाने का विश्वास दिलाया तब मेरे द्वारा उस पर विश्वास करते हुए उसके द्वारा भेजे गए बैंक खातों के विवरण अनुसार रुपए ट्रांसफर किए थे।

डॉक्टर अनुष्का ने अपने दोस्त डॉ. गौरव सिंह,जो हाल ही में बड़ौदा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत है ने कुल मिलाकर 9,890 यूरो यानि भारतीय मुद्रा के अनुसार लगभग 9 लाख रूपए विभिन्न तारीखों को ट्रांसफर किए थे। 28 अक्टूबर को डॉ.आकाश का फिर से व्हाट्सएप कॉल आया तब उसके द्वारा यह सूचना दी गई कि अपने खाते में रोकड़ राशि प्राइम ट्रस्ट सेविंग बैंक में जमा करवाए हैं जिससे मैं आपको उक्त राशि कुल 9,890 यूरो के बदले 20,000 यूरो अधिक यानि 30,000 यूरो ट्रांसफर कर दिए हैं।

उसने मदद किए जाने के एवज में यह रकम डाली थी। मगर उसे बाद में सिर्फ दिए गए पैसे लौटाने को कहा गया। 29 अक्टूबर को डॉक्टर अनुष्का को कॉल कर उनसे बैंक संबंधी डिटेल मांगी गई। डॉक्टर अनुष्का ने रिपोर्ट में बताया कि उनके सहयोगी डॉक्टर हर्ष सैनी के साथ फिर से आकाश को 9.35 लाख रूपए ट्रांसफर किए गए।

इस तरह शातिर ने उनसे 18 लाख रुपयों की ठगी कर डाली। आकाश ने अपने परिचित हुलियांगधाग के साथ योजनाबद्ध तरीके से यह ठगी की है।

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